हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से लाखों सैलानी नए साल का जश्न मनाने के लिए पहुंचे हैं। कल शाम से शुरू हुई पहाड़ों पर बर्फबारी ने पर्यटकों की सैर सपाटा और छुट्टियों का मजा और दोगुना कर दिया। नए साल शुरू होने से पहले पर्यटकों को पहाड़ों में हुई बर्फबारी ने सौगात दी है। पहाड़ों की रानी मसूरी में मौसम का मिजाज बदलते ही बर्फबारी होने से पर्यटकों के चेहरे खिल उठे हैं। अचानक मौसम का मिजाज बदलने से ऊंची पहाड़ियों पर हुई बर्फबारी के बाद अब मसूरी में भी बर्फ गिरनी शुरू हो गई। उत्तराखंड की ऊंची चोटियों में बर्फबारी चल रही है। आज सवेरे औली और बदरीनाथ में बर्फ गिरी। कल भी प्रदेश के ऊपरी हिस्सों में हिमपात हुआ। अधिकतर इलाकों में दिनभर बादल छाए रहे। वहीं चारों धाम सहित ऊंची चोटियों पर हिमपात भी हुआ। इसके अलावा हेमकुंड साहिब, पिथौरागढ़ की ऊंची चोटियों पर भी बर्फ गिरी। नैनीताल में भी शाम को कुछ देर बर्फ के फाहें गिरीं। मौसम में आए इस बदलाव से राज्य में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। पहाड़ों पर बर्फबारी से सारा मंजर सफेद हो गया है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में जोरदार बर्फबारी हो रही है। हिमाचल के कुल्लू, मनाली शिमला आदि में हुई बर्फबारी के बाद सैलानी खूब मस्ती कर रहे हैं। वहीं सिक्किम और दार्जिलिंग में भी बर्फ ने मुसीबतें बढ़ा दी है। नाथूला में भारी बर्फबारी में हजारों सैलानी फंसे, जिन्हें सुरक्षित निकालने का काम चल रहा है । मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक उत्तराखंड में नए साल के आगमन तक मौसम का मिजाज बदला रह सकता है। पहाड़ी जिलों में बारिश-बर्फबारी के आसार बने रहेंगे। अगले दो से तीन दिन में 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात हो सकता है। बता दें कि पहाड़ों पर बर्फ है तो मैदानी इलाकों में सर्दी बढ़ गई है। सर्द हवाओं के थपेड़ों के बाद हल्की बारिश ने पारे को और लुढ़का दिया है। वहीं दूसरी ओर रविवार शाम से मौसम ने अचानक करवट ली और देखते ही देखते दिल्ली-एनसीआर में हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे ऐसी ही हल्की हल्की बारिश का अनुमान जताया है।