भारतीय मूल के लोग विदेशों में बड़ी-बड़ी कंपनियों बड़े शीर्ष पद पर विराजमान हैं। इस पोस्ट को पढ़ने के लिए भारतीय नागरिक मेहनत भी बहुत करते हैं। तब जाकर उन्हें यह सफलता मिलती है। शायद ही दुनिया कोई ऐसा देश हुआ जहां पर भारतीय लोग नहीं रहते हो। अब एक और भारतीय मूल के नील मोहन ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। बता दें कि गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला भी भारतीय मूल के हैं। पिछले नौ वर्षों से वैश्विक ऑनलाइन वीडियो-शेयरिंग और सोशल मीडिया मंच का नेतृत्व करने वाली यूट्यूब YouTube की कमान संभाली है। नील मोहन अब यूट्यूब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी यानी सीईओ होंगे। यूट्यूब की सीईओ सुसान वोज्स्की ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। उनका स्थान भारतीय मूल के अमेरिकी नील मोहन लेंगे। 54 साल की वोज्स्की ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि वह ‘परिवार, अपने स्वास्थ्य और व्यक्तिगत जीवन पर ध्यान केंद्रित करेंगी। वोज्स्की गूगल की शुरुआती कर्मचारियों में से थीं। वर्ष 2014 में वह यूट्यूब की सीईओ बनी थीं। उन्होंने बताया कि यूट्यूब के ‘चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर’ नील मोहन, यूट्यूब के नए प्रमुख होंगे। वोज्स्की ने यूट्यूब कर्मचारियों को एक ईमेल में लिखा, ‘आज मैंने यूट्यब के प्रमुख के रूप में अपनी भूमिका से पीछे हटने का फैसला किया है।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए ऐसा करने के लिए यह सही समय है क्योंकि हमारे पास एक जबरदस्त टीम है। जब मैं नौ साल पहले यूट्यूब से जुड़ी थी, तब मेरी पहली प्राथमिकताओं में से एक बेहतर नेतृत्व टीम को लाना था। नील मोहन उन लोगों में से एक हैं, और वह एसवीपी और यूट्यूब के नए प्रमुख होंगे।’वोज्स्की गूगल की शुरुआती कर्मचारियों में से रही हैं। गूगल से पहले वोज्स्की ने इंटेल कॉर्प और बैन एंड कंपनी में काम किया था।
मोहन 2007 में ‘डबलक्लिक’ अधिग्रहण के साथ गूगल से जुड़े थे। वह 2015 में यूट्यूब के ‘चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर’ बने थे। मोहन स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। वह माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, एडोब के सीईओ शांतनु नारायण और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई सहित अमेरिका-आधारित भारतीय मूल के शीर्ष सीईओ की सूची में शामिल हो जायेंगे। इंदिरा नूई 2018 में पद छोड़ने से पहले 12 साल तक पेप्सिको की सीईओ के रूप में कार्यरत रही थीं। नील मोहन अब माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, एडोब के सीईओ शांतनु नारायण और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई सहित यूएस-आधारित वैश्विक दिग्गजों के शीर्ष पर भारतीय मूल के सीईओ की बढ़ती सूची में शामिल होंगे। बता दें कि नील मोहन ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। वे बीते काफी समय से सुसान वोजस्की के सहयोगी रहे। साल 2007 में DoubleClick अधिग्रहण के साथ गूगल में शामिल हुए। इसके बाद साल 2015 में मोहन को YouTube में चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर का पद मिला। उन्होंने YouTube में चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर के रूप में अपनी भूमिका निभाते हुए शॉर्ट्स, म्यूजिक और सब्सक्रिप्शन पर फोकस किया। इनके अलावा नील मोहन माइक्रोसॉफ्ट में भी अपनी सेवाएं दे चुके है। नील मोहन ने यूट्यूब के सीईओ बनाए जाने पर खुशी भी जाहिर की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘धन्यवाद, सुसान, वर्षों से आपके साथ काम करना अद्भुत रहा है। आपने यूट्यूब को रचनाकारों और दर्शकों के लिए एक असाधारण घर बना दिया है। मैं इस महत्वपूर्ण मिशन को जारी रखने के लिए उत्साहित हूं। कहा जाता है कि नील टेक्नोलॉजी की समझ के साथ बिजनेस की शानदार स्ट्रैटजी बनाने में माहिर माने जाते हैं। बता दें, वह अपनी पत्नी हेमा सरीम के साथ सैन फ्रांसिस्को में रहते हैं।