दक्षिण भारतीय राज्य केरल के वायानाड जिले में सोमवार देर रात दुखद घटना हुई। मूसलाधार बारिश और लैंडस्लाइड होने से चार गांव बह गए। रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच इलाके में एक के बाद एक तीन भूस्खलन हुए। भारी भूस्खलन के बाद दुकानों और गाड़ियों सहित चूरलमाला शहर का एक हिस्सा पूरी तरह नष्ट हो गया। हादसे में 119 लोगों की मौत हो गई। 100 से अधिक लोग घायल है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर इस दुखद हादसे में कई लोग लापता अभी हैं। जिनकी तलाश जारी है। रेस्क्यू के लिए आर्मी, एयरफोर्स, SDRF और NDRF की टीम मौके पर मौजूद है। केरल सरकार ने इस हादसे के बाद राज्य में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। वायनाड के मेप्पाडी पंचायत के अंतर्गत मुंडक्कई और चूरलमाला गांवों में लैंडस्लाइड हुआ है।
मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा कि सभी सरकारी एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा दी गई हैं। एसडीआरएफ की टीम के अलावा एनडीआरएफ की टीम को भी जानकारी दी गई है। हादसे में घायल 16 लोगों को इलाज के लिए मेप्पाडी में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।पीएम मोदी ने ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं। प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान अभी चल रहा है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और वहां मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। पीएम मोदी ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी बात की और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि भाजपा कार्यकर्ता राहत प्रयासों में हरसंभव मदद करें। भूस्खलन होने की जानकारी मिलते ही प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री को फोन किया। उनसे हालातों और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने भूस्खलन में मरने वाले लोगों के लिए मुआवजे का एलान किया। घोषणा के अनुसार, भूस्खलन में मरने वाले लोगों के परिजनों के 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा। भारतीय वायुसेना के 2 हेलीकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं।