आज से विश्व प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत देश के कई राज्यों में धूमधाम के साथ हुई। उड़ीसा राजस्थान गुजरात उत्तर प्रदेश पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा धूम धाम के साथ निकाली जाती है। इस धार्मिक उत्सव का सबसे बड़ा आयोजन उड़ीसा के पुरी में होता है । करीब 10 दिनों तक चलने वाले इस रथ यात्रा में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। अहमदाबाद में शुक्रवार सुबह गृहमंत्री अमित शाह ने भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का शुभारंभ किया। वहीं विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा को देखने के लिए शुक्रवार को पुरी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और देवी सुभद्रा के साथ श्री जगन्नाथ मंदिर से गुंडिचा मंदिर तक की औपचारिक यात्रा पर निकले। रथ यात्रा से संबंधित सभी अनुष्ठान कई सुरक्षा बलों और जिला अधिकारियों के समन्वित प्रयासों से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किए जा रहे हैं। पुरी के जिला मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ स्वैन ने व्यवस्थाओं के बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि यात्रा मार्ग भक्तों से भरा हुआ है। रथ यात्रा से संबंधित सभी अनुष्ठान समय पर आयोजित किए जाएंगे। कल रात से ही पुलिस तैनात कर दी गई है। इस बार एनडीआरएफ को भी तैनात किया गया है।
उन्होंने कहा कि कल हमने अवैध 6-7 ड्रोन हटा दिए। श्री जगन्नाथ मंदिर और गुंडिचा मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं है। इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने और इसके पैमाने को देखते हुए एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम को पुरी में तैनात किया गया है।
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट नवीन राणा ने कहा कि हमारे कर्मियों को सभी स्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया है, जिसमें कोई भी चिकित्सा आपातकाल, संरचना का ढहना या कोई अन्य स्थिति शामिल है। हमने यहां जिला प्रशासन के साथ मिलकर चार मॉक ड्रिल आयोजित की थीं।
इस यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल हुए, जिनमें से अनेक देश के विभिन्न भागों और विदेशों से आए थे, ताकि वे तीनों देवताओं-भगवान जगन्नाथ, उनके भाई भगवान बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के भव्य रथों को गुंडिचा मंदिर में देख सकें, जहां देवता एक सप्ताह तक रहते हैं और फिर जगन्नाथ मंदिर लौट आते हैं। इस बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने वार्षिक रथ यात्रा के अवसर पर श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत किया तथा उनसे पूरी आस्था और भक्ति के साथ इसमें भाग लेने का आग्रह किया। अपने संदेश में मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि आस्था और भक्ति के साथ रथ यात्रा में शामिल हों, रथ पर महाप्रभु के दिव्य दर्शन करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।