भारतीय रेल मंत्रालय ने गुरुवार, 5 जून साल 2025 को ट्रेन यात्रियों की सहूलियत को देखते हुए बड़ा बदलाव किया है। यह बदलाव ट्रेन में तत्काल टिकट को लेकर किया गया है। अब तत्काल टिकट बुक करते हुए यूजर को अपने वेरिफिकेशन करना होगा। इसके बिना तत्काल टिकट बुक नहीं कराया जा सकेगा। इसकी जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने X पर पोस्ट करते हुए दी है। अब यात्रियों को तत्काल टिकट बुक करते हुए ई-आधार (e-Aadhaar ऑथेंटिकेशन) करना जरूरी होगा।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में बताया कि जल्द ही Tatkal टिकट बुक करते समय e-Aadhaar ऑथेंटिकेशन जरूरी होगा। यह एक तरह का वेरिफिकेशन होगा, जो कि टिकट बुक करवा रहे शख्स के आधार कार्ड के जरिए किया जाएगा। इसे दलालों के द्वारा अवैध टिकट बुकिंग को रोकने के मकसद से लाया जा रहा है। बता दें कि अक्सर तत्काल टिकट बुक करवाते समय चंद मिनटों में IRCTC की वेबसाइट से तत्काल टिकटें बिक जाया करती थीं। ऐसा दलालों के द्वारा अवैध रूप से टिकटें बुक कराने की वजह से होता था। अब इस पर सरकार ने नकेल कसी है।
तत्काल स्कीम यात्रियों को आखिरी समय में टिकट बुक करने की सुविधा देती है। टाउट्स और ऑटोमेटेड बॉट्स द्वारा गड़बड़ी के कारण इसकी आलोचना होती रही है। अधिकारियों के मुताबिक, कई फर्जी एजेंट्स फेक आइडेंटिटी या ऑटोमेटेड सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर नियम तोड़ते हैं, जिससे असल यात्रियों को तत्काल टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है।
सही यात्रियों को प्राथमिकता देने के लिए, नया सिस्टम उन यूजर्स को पहले 10 मिनट की तत्काल बुकिंग विंडो में प्राथमिकता देगा, जिन्होंने अपने IRCTC अकाउंट को आधार से लिंक किया है। खास बात ये है कि इस शुरुआती समय में ऑथोराइज्ड IRCTC एजेंट्स को टिकट बुक करने की अनुमति नहीं होगी। तत्काल बुकिंग विंडो के पहले 10 मिनट में केवल आधार-ऑथेंटिकेटेड इंडिविजुअल यूजर्स ही टिकट बुक कर सकेंगे। अक्सर बल्क बुकिंग और रीसेल का आरोप लगने वाले IRCTC एजेंट्स इस शुरुआती विंडो में काम नहीं कर सकेंगे।
फर्जी गतिविधियों पर रोक
ये नया नियम रेलवे के इंटरनल ऑडिट के बाद आया है, जिसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाई गई। पिछले छह महीनों में 2.5 करोड़ से ज्यादा यूजर IDs को अनुचित गतिविधियों के शक में रद्द किया गया है। लगभग 20 लाख यूजर अकाउंट्स की अभी भी जांच चल रही है।
रेलवे में डिजिटल सुधारों का नेतृत्व कर रहे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि e-Aadhaar की जरूरत से पारदर्शिता बढ़ेगी, फर्जी बुकिंग कम होगी और सही यात्रियों को टिकट आसानी से मिलेगा।