दुनिया की सबसे बड़ी सर्चिंग साइट गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भारतीय हैं। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सीईओ सत्य नडेला भी भारत के मूल निवासी हैं । अब एक और सोशल साइट टि्वटर के सीईओ भारत मूल के 45 वर्षीय पराग अग्रवाल कमान संभालने जा रहे हैं। भारतीय इंजीनियरों ने यह मुकाम अपने काबिलियत के बल पर हासिल किया है ।सोमवार देर शाम जब इसकी जानकारी भारत में हुई तो देशवासियों ने पराग अग्रवाल के ट्विटर पर सीईओ नियुक्त होने पर खुशी जाहिर की है। पराग ने खुद इसे सम्मान की बात बताया है। बता दें कि पिछले काफी समय से केंद्र सरकार और ट्विटर के बीच मनमुटाव चला रहा था। दोनों ओर से मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था। अब अग्रवाल के टि्वटर की कमान संभालने के बाद भारत सरकार के अच्छे रिश्ते होने की उम्मीद जताई जा रही है।बता दें कि ट्विटर के सह-संस्थापक जैक डॉर्सी ने सोशल मीडिया कंपनी के सीईओ का पद छोड़ने का फैसला किया है। उनकी जगह अब भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को सीईओ नियुक्त किया गया है। डोर्सी ने पराग अग्रवाल की तारीफ करते हुए कहा कि ट्विटर के सीईओ के रूप में पराग में मेरा विश्वास गहरा है। पिछले 10 वर्षों में उनका काम शानदार रहा है । मैं उनके कौशल, दिल और व्यक्तित्व से बहुत आभारी हूं। यह उनके नेतृत्व करने का समय है।
आईआईटी मुंबई से पढ़ाई करने वाले पराग ने टि्वटर में इंजीनियर के तौर पर की थी शुरुआत–
डोर्सी के मुताबिक, पराग अग्रवाल ने ट्विटर में इंजीनियर के तौर पर करियर की शुरुआत की थी और अब सीईओ का पद संभालने जा रहे हैं। सीईओ बनने से पहले अग्रवाल ट्विटर के सीटीओ (चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर) थे। आपको बता दें कि पराग अग्रवाल ने भारत के प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई की है। खुद जैक डॉर्सी ने बताया कि पराग ने इंजीनियरिंग की डिग्री ली है और स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की पढ़ाई की है। पराग अग्रवाल ट्विटर से पहले माइक्रोसॉफ्ट, याहू के लिए भी काम कर चुके हैं। इन्होंने कम्प्यूटर सांइस से बीटेक भी किया है। बता दें कि जैक डोर्सी ने अपने तीन साथियों के साथ 21 मार्च 2006 को सेन फ्रांसिस्को में ट्विटर की स्थापना की थी।
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