हिमाचल के कुल्लू जिले में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-तीन के एक हिस्से को वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि बुधवार देर रात हुई इस घटना में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। अधिकारियों के अनुसार मनाली क्षेत्र में अंजनी महादेव नाले में बादल फटने के कारण एनएच-3 पर धुंडी और पलचान पुल के बीच का हिस्सा प्रभावित हुआ है।
पलचान में दो मकान बहे, एक घर को पहुंचा नुकसान पलचान में प्रेम सिंह की 12 भेड़ बकरी बह गई अंजनी महादेव नदी ने पलचान पुल के पास रुख मोड़ा, सड़क पर नदी बहने से मनाली लेह मार्ग बंद सोलंग नाला के समीप आखरी नाले में भी बाढ़ आने से सड़क क्षतिग्रस्त पलचान, रुआड, कुलंग सहित नेहरुकुण्ड से पतलीकूहल तक के लोग प्रभावित, रातभर नहीं सोए लोग आलू ग्राउंड के पास नदी ने फिर मोड़ा रुख, सड़क में आया बाढ़ का पानी क्लाथ में ब्यास नदी पर बने पुल के ढंगे भी बाढ़ में बहे।
लाहौल और स्पीति पुलिस ने बृहस्पतिवार को एक परामर्श जारी कर कहा कि अटल टनल के उत्तरी द्वार से लाहौल और स्पीति से मनाली जाने वाले वाहनों को रोहतांग की ओर मोड़ दिया गया है। यात्रियों से यह भी कहा कि वे केवल आवश्यक होने पर ही यात्रा करें, सावधानी से वाहन चलाएं तथा मार्ग में संभावित खतरे के प्रति सचेत रहें।राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि बुधवार रात में राज्य में कुल 15 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं, जिनमें मंडी में 12, किन्नौर में दो और कांगड़ा जिले की एक सड़क शामिल है।
इसी प्रकार बादल फटने की खबरें उत्तराखंड से भी सामने आ रही है। राज्य में भारी बारिश से लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ गया है। पिछले तीन से चार दिनों में भूस्खलन से गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे बंद किया गया। इसके बद्रीनाथ और हेमकुंड जाने वाले मार्ग पर लैंडस्लाइड से मलबा सड़क पर पहुंच गया था, जिससे लंबे समय तक वाहनों की आवाजाही ठप करनी पड़ी।