संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को जोरदार हंगामा हुआ। हंगामे के चलते संसद के दोनों सदनों से 78 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। इनमें से 33 लोकसभा और 45 राज्यसभा सांसद हैं। बता दें कि संसद में सुरक्षा चूक के मसले पर लोकसभा में लगातार चौथे दिन हंगामा हुआ। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने 33 सांसदों को सस्पेंड कर दिया। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में विपक्ष के सांसद संसद की कार्यवाही के दौरान सस्पेंड किए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, लोकसभा से जिन सांसदों को निलंबित किया गया है, उनमें से 30 संसद के पूरे शीतकालीन सत्र तक सस्पेंड रहेंगे। बाकी तीन- के. जयकुमार, विजय वसंत और अब्दुल खालिक को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक सस्पेंड किया गया है। इन तीनों पर स्पीकर के पोडियम पर चढ़कर नारेबाजी करने का आरोप है। इसी तरह, राज्यसभा से जिन 45 सांसदों को आज सस्पेंड किया गया है, उनमें से 34 को पूरे सत्र और 11 को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित किया गया है। इससे पहले 14 दिसंबर को लोकसभा से 13 सांसद निलंबित किए गए थे। इनमें कांग्रेस के 9, CPI (M) के 2, DMK और CPI के एक-एक सांसद थे। इनके अलावा राज्यसभा सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को भी 14 दिसंबर को सस्पेंड किया गया था। शीतकालीन सत्र से अब तक कुल मिलाकर 92 सांसदों को सस्पेंड किया जा चुका है।
कांग्रेस ने विपक्षी सदस्यों के निलंबन को तानाशाही भरा कदम करार देते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार विपक्ष को रौंदने के लिए संसद में बुलडोजर चला रही है। लोकसभा में आसन की अवमानना के आरोप में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी समेत कुल 33 सदस्यों को सोमवार को सदन से निलंबित कर दिया गया। इनमें से 30 सदस्यों को मौजूदा शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए और तीन सदस्यों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित किया गया है। कुछ दिन पहले ही लोकसभा के 13 सदस्यों और राज्यसभा के एक सदस्य का निलंबन हुआ था।
राज्यसभा से 45 सांसद सस्पेंड
राज्ससभा से निलंबित किए गए 45 सांसदों में कांग्रेस के जयराम रमेश, प्रमोद तिवारी, रणदीप सुरजेवाला, अमी याग्निक, नारायण भाई राठवा, शक्ति सिंह गोहिल, रजनी पाटिल, सुखेंदु शेखर, समीरुल इस्लाम, फैयाज अहमद, अजीत कुमार, ननारायन भाई जेठवा, रंजीत रंजन, रजनी पाटिल, एम संगम्म, अमी याग्निक, फूलो देवी नेताम और मौसम नूर हैं। इन 45 सांसदों में से 34 को शीतकालीन सत्र के शेष अवधि के लिए सस्पेंड किया गया है। जबकि 11 विपक्षी सांसदों को प्रिविलेज कमेटी की रिपोर्ट आने तक निलंबित किया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने X पर पोस्ट किया, ‘सबसे पहले कुछ लोगों ने संसद पर हमला किया. फिर मोदी सरकार संसद और लोकतंत्र पर हमला कर रही है. निरंकुश मोदी सरकार द्वारा 47 सांसदों को निलंबित करके सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को कूड़ेदान में डाला जा रहा है.’ उन्होंने दावा किया कि विपक्ष विहीन संसद के साथ मोदी सरकार अब बिना किसी चर्चा के महत्वपूर्ण लंबित कानूनों को पारित कर सकती है, विरोध की आवाज कुचल सकती है।
लोकसभा से यह सांसद निलंबित किए गए हैं–
अधीर रंजन चौधरी – कांग्रेस
टी आर बालू – डीएमके
दयानिधि मारन – डीएमके
सौगत रॉय – टीएमसी
कल्याण बनर्जी – टीएमसी
अपरूपा पोद्दार – टीएमसी
प्रतिमा मंडल – टीएमसी
काकोरी घोष दस्तीदार – टीएमसी
शताब्दी रॉय – टीएमसी
असित कुमार मल – टीएमसी
सुनील कुमार मंडल-टीएमसी
प्रसून बनर्जी- टीएमसी
ई टी मोहम्मद बशीर – आईयूएमएल
के नवासकानी – आईयूएमएल
ए राजा – डीएमके
जी सेल्वम – डीएमके
एस रामलिंगम – डीएमके
एस एस पलानीमणिक्कम – डीएमके
अन्नादुरई सीएन – डीएमके
टी सुमति – डीएमके
कलानिधि वीरस्वामी – डीएमके
एन के प्रेमचंद्रन – आरएसपी
कौशलेंद्र कुमार – जेडीयू
सुब्बुरामन थिरुनावुक्करासर – कांग्रेस
एंटो एंटनी – कांग्रेस
के मुरलीधरन- कांग्रेस
के सुरेश – कांग्रेस
अमर सिंह – कांग्रेस
राजमोहन उन्नीथन – कांग्रेस
गौरव गोगोई – कांग्रेस
इसके अलावा कांग्रेस के तीन सांसदों -के जयकुमार, विजय वसंत और अब्दुल खालिक- को अध्यक्ष के मंच पर चढ़ने और नारे लगाने के लिए सस्पेंड किया गया है। उनका मामला विशेषाधिकार समिति को भेज दिया गया है और उनके निलंबन की अवधि बाद में तय की जाएगी।
राज्यसभा से यह सांसद निलंबित किए गए हैं–
प्रमोद तिवारी – कांग्रेस
जयराम रमेश – कांग्रेस
अमी याजनिक – कांग्रेस
नारणभाई जे राठवा – कांग्रेस
सैयद नासिर हुसैन – कांग्रेस
फूलो देवी नेताम – कांग्रेस
शक्तिसिंह गोहिल – कांग्रेस
के सी वेणुगोपाल – कांग्रेस
रजनी अशोकराव पाटिल – कांग्रेस
रंजीत रंजन – कांग्रेस
इमरान प्रतापगढ़ी – कांग्रेस
रणदीप सिंह सुरजेवाला – कांग्रेस
सुखेंदु शेखर रॉय – टीएमसी
मोहम्मद नदीमुल हक – टीएमसी
अबीर रंजन बिस्वास – टीएमसी
शांतनु सेन – टीएमसी
मौसम नूर- टीएमसी
प्रकाश चिक बड़ाइक – टीएमसी
समीरुल इस्लाम – टीएमसी
एम शनमुगम – डीएमके
एन आर एलंगो – डीएमके
डॉ कनिमोझी एनवीएन सोमू – डीएमके
आर गिरिराजन – डीएम
मनोज कुमार झा- RJD
फैयाज अहमद- RJD
डीआर वी सिवादासन – सीपीआईएम
रामनाथ ठाकुर – JDU
अनिल प्रसाद हेगड़े – JDU
वंदना चव्हाण – एनसीपी
रामगोपाल यादव- एसपी
जावेद अली खान – एसपी
महुआ माजी – झामुमो
जोस के मणि – केसी (एम)
अजीत कुमार भुइयां – एजीएम
जेबी माथेर – कांग्रेस
डॉ. एल हनुमंथैया – कांग्रेस
नीरज डांगी – कांग्रेस
राजमणि पटेल – कांग्रेस
कुमार केतकर – कांग्रेस
जी सी चन्द्रशेखर – कांग्रेस
बिनॉय विश्वम – सीपीआई
संदोश कुमार पी – सीपीआई
एम. मोहम्मद अब्दुल्ला – डीएमके
डॉ. जॉन ब्रिटास – सीपीआई (एम)
ए ए रहीम – सीपीआई (एम)