इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा हाईकमान ने सोचा भी नहीं होगा कि लखनऊ कैंट की सीट सिरदर्द बन जाएगी । कैंट पर प्रत्याशियों के चयन को लेकर लखनऊ से तक दिल्ली तक भारतीय जनता पार्टी हाईकमान 15 दिनों से लगातार मंथन कर रहा है। लेकिन अभी तक कौन से उम्मीदवार को उतारे, तय नहीं कर पाया है। बता दें कि लखनऊ कैंट सीट भाजपा के लिए शुरू से ही लकी मानी जाती है। लेकिन इस बार चुनाव से पहले ही इस विधानसभा क्षेत्र ने भाजपा को ही उलझा कर रख दिया है। अब आइए जानते हैं इस सीट पर कौन-कौन हैं दावेदार। लखनऊ कैंट से मौजूदा विधायक सुरेश चंद तिवारी हैं। तिवारी भी टिकट पाने के लिए दावेदारी ठोक रहे हैं। वहीं सबसे ज्यादा भाजपा की प्रयागराज से सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे मयंक जोशी को टिकट दिलाने के लिए कई दिनों से दिल्ली में ही डेरा जमाए हुए हैं। दूसरी ओर मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव भी इस सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए पूरा जोर लगाए हुईं हैं। बता दें कि लखनऊ के अंतर्गत विधानसभा की 5 सीटें आती हैं और लखनऊ कैंट को बीजेपी की सबसे सेफ सीट माना जाता है। वह यहां पर 5 बार से ज्यादा जीत हासिल कर चुकी है। लखनऊ कैंट सीट पर वोटिंग चौथे चरण के तहत 23 फरवरी को होगी, लेकिन बीजेपी अब तक अपने उम्मीदवार के नाम पर मुहर नहीं लगा पाई है। लखनऊ कैंट सीट पर 3 लाख से ज्यादा मतदाता हैं, यहां पर ज्यादातर हिंदू मतदाता हैं।