अचानक भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ऐसे समय बड़ा फैसला लेंगी यह किसी ने सोचा भी नहीं था। बुधवार 7 अगस्त को पेरिस ओलंपिक में फाइनल मुकाबले से कुछ घंटे पहले 100 ग्राम वजन बढ़ाने के बाद विदेश फोगाट को अयोग्य करार दिया था। जैसे ही खबर बाहर पहुंची मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। विनेश फोगाट को अभी पूरा देश हौसला, ढांढस और हिम्मत बंधा रहा था कि आज सुबह उन्होंने बड़ा फैसला करते हुए सभी को चौंका दिया। हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट ने आज तड़के संन्यास का एलान कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पोस्ट डाली। जिसमें लिखा- मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी। दरअसल, भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट अब रेसलिंग मैट पर नजर नहीं आएगी। तीन ओलंपिक में भारत के लिए हिस्सा ले चुकीं विनेश फोगाट के कुश्ती को अलविदा कहना फैंस के लिए ये काफी शौकिंग खबर हैं।एक दिन पहले यानी 7 अगस्त को विनेश को पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वेट ज्यादा होने की वजह से ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई होने की बात सुनकर विनेश का स्वास्थ्य बिगड़ गया। वह पेरिस के अस्पताल में उपचाराधीन हैं। विनेश पहली बार 50 किलोग्राम कैटेगरी में खेल रही थीं। इससे पहले वे 53 किलोग्राम में खेलती थीं।
भारत की सबसे बेहतरीन पहलवानों में से एक मानी जाने वाली विनेश फोगाट का जन्म 1994 में हुआ। विनेश के ताऊ महावी सिंह ने फोगाट और उनकी बहन बबीता फोगाट को बेहद कम समय में कुश्ती से परिचय कराया था। विनेश अपनी चचेरी बहन गीता और बबीता के नक्शेकदम पर चली और वह उस वक्त महज 9 साल की थी, जब उनके पिता का निधन हो गया थाविनेश के ताऊ जी ने दोनों बहनों को कुश्ती सिखाना शुरू किया और दोनों ने इस खेल को सीखने के लिए हर कोशिश की। विनेश फोगाट ने साल 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता था। उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था और अपने करियर की शानदार शुरुआत की थी। फिर 2016 रियो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई, लेकिन उस दौरान वह पदक हासिल करने में नाकाम रही। 2018 में राष्ट्रमंडल खेों और एशियाई खेलों में उन्होंने गोल्ड जीता। 2021 एशियाई चैंपियनशिप में अपना पहला गोल्ड मेडल जीतने के बाद वह टोक्यो ओलंपिक का हिस्सा बनीं रही। फिर राष्ट्रमंडल खेल 2022 में लगातार तीसरी बार उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट को पदक की उम्मीद पर आज होगा फैसला–
दरअसल, पेरिस ओलंपिक में विनेश की सिल्वर की उम्मीद अभी जिंदा है। हालांकि उनको मेडल मिलेगा या नहीं, इसे लेकर आज फैसला होगा। दरअसल, अयोग्य करार देने के बाद भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगट ने CAS (कोर्ट ऑफ अर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट) में अपील की है। उन्होंने खुद को अयोग्य करार दिए जाने के खिलाफ अपील की है। फोगाट ने कहा है कि उन्हें संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने फाइनल मुकाबला खेलने की भी इजाजत मांगी थी, जिसे खारिज कर दिया गया। अब विनेश की सिल्वर मेडल की मांग पर फैसला होना है. CAS ने अपना अंतिम फैसला सुनाने के लिए गुरुवार सुबह तक का समय मांगा है। खेल मामलों की कोर्ट सुबह करीब 11:30 बजे फैसला सुनाएगा। यदि CAS विनेश के पक्ष में फैसला सुनाता है तो IOC को विनेश को संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल देना होगा। यानी 50 किलो वर्ग महिला कुश्ती के फाइनल मैच में हारने वाली रेसलर के साथ ही विनेश को भी संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल देना होगा।