उत्तर प्रदेश में 20 जून को होने वाले विधान परिषद चुनाव के लिए गठबंधन दलों को एक भी सीट नहीं दिए जाने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ नेताओं ने विरोध के स्वर दिखाने शुरू कर दिए हैं। 3 महीने पहले सपा के साथ गठबंधन करके विधानसभा चुनाव लड़े सुभासपा, महान दल और जनवादी सोशलिस्ट पार्टी के नेताओं की नाराजगी दिखाई दे रही है। बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चारों एमएससी चुनाव के लिए अपनी ही पार्टी के उम्मीदवारों को टिकट दिया है। बुधवार को स्वामी प्रसाद मौर्य, मुकुल यादव, शाहनवाज खान और जासमीर अंसारी ने सपा के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किए थे। ओमप्रकाश राजभर अपने बेटे के लिए अखिलेश यादव से विधान परिषद का टिकट मांग रहे थे लेकिन इन मौके पर उन्हें निराशा हाथ लगी ।सपा गठबंधन में बिखरता दिखाई दे रहा है। गठबंधन के तीनों दलों ने सपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सीट नहीं मिलने से सपा गठबंधन के तीन दल अखिलेश यादव से नाराज नजर आ रहे हैं। ऐसे में अब आजम खान की नाराजगी दूर होने के बाद पार्टी को अपने गठबंधन दलों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। एमएलसी चुनाव में टिकट नहीं मिलने से ओपी राजभर की सुभासपा, केशव देव मौर्य का महान दल, संजय सिंह चौहान की जनवादी सोशलिस्ट पार्टी और चाचा शिवपाल ने सपा के खिलाफ बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। केशव देव मौर्य ने कहा कि वो अब किसी भी कीमत पर अखिलेश यादव से बातचीत नहीं करेंगे। वहीं जनवादी सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष संजय चौहान ने सपा प्रमुख पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है। ऐसे ही ओपी राजभर और उनके बेटे ने भी नाराजगी जाहिर की है।
