Pritish Nandy Dies: मशहूर फिल्ममेकर, लेखक और कवि प्रीतीश नंदी ने 73 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। फिल्ममेकर को ‘चमेली’ और ‘प्यार के साइड इफेक्ट्स’ जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। उनके निधन की पुष्टि बेटे कुशन नंदी ने की। उनके निधन से बॉलीवुड समेत राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है। सभी सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर दुख जता रहे हैं। अनुपम खेर से लेकर करीना कपूर खान, अनिल कपूर और सुधीर मिश्रा जैसे बॉलीवुड के कई सेलिब्रिटीज शामिल हैं, जिन्होंने प्रीतीश की मौत पर दुख जताया है। इसके साथ ही धनश्री और प्रतीक उत्तेकर अपनी लिंकअप की खबरों को लेकर चर्चा में हैं। इसी बीच प्रतीक ने इस पर रिएक्शन दिया और कहा, ‘दुनिया फ्री है स्टोरीज बनाने के लिए। एक फोटो को लेकर, जो उन्होंने देखी। बड़े हो जाओ यार।’ इसके साथही धनश्री ने भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि वो सच के साथ हैं और हमेशा खड़ी रहेंगी। उन्होंने ये भी कहा कि कुछ हेटर्स ने उन्हें बदनाम करने की कोशिश की है।
प्रीतीश नंदी ने अपने करियर में 24 फिल्में बनाईं है। इस लिस्ट में ‘चमेली’ और ‘प्यार के साइड इफेक्ट्स’ ‘सुर’, ‘कांटे’, ‘हजारों ख्वाहिशें ऐसी’, ‘एक खिलाड़ी एक हसीना’ और ‘अनकही’ शामिल है। वही प्रीतिश नंदी ने दूरदर्शन, जी टीवी और सोनी टीवी पर 500 न्यूज और करंट अफेयर्स के शो भी किए थे।
वहीं एक्टर अनुपम खेर ने भी सोशल मीडिया पर दुख भरा पोस्ट शेयर किया है। अनुपम खेर ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा-अपने सबसे प्रिय और करीबी दोस्तों में से एक प्रीतिश नंदी के निधन के बारे में जानकर बेहद दुखी और स्तब्ध हूँ। अद्भुत कवि, लेखक, फिल्म निर्माता और एक साहसी और अद्वितीय संपादक-पत्रकार। वह मुंबई में मेरे शुरुआती दिनों में मेरा सपोर्ट सिस्टम और ताकत का एक बड़ा स्रोत थे। हमने बहुत सी चीजें शेयर कीं। वह उन सबसे निडर लोगों में से एक थे, जिनसे मैं मिला हूं। हमेशा जीवन से बड़े मैंने उनसे बहुत सी चीजें सीखीं है। हाल ही में हम ज्यादा नहीं मिले। मैं कभी नहीं भूलूंगा जब उन्होंने मुझे फिल्मफेयर के कवर पर और सबसे महत्वपूर्ण रूप से TheIllustratedWeelky पर रखकर मुझे आश्चर्यचकित कर दिया था। वह यारों के यार की सच्ची परिभाषा थे। मैं आपको और हमारे साथ बिताए दिनों को याद करूंगा मेरे दोस्त। मशहूर लेखक प्रीतीश नंदी छह सालों तक संसद के सदस्य भी थे। प्रीतिश नंदी ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा स्थापित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के इम्प्रूवमेंट के लिए एक्सपर्ट समिति का नेतृत्व भी किया था और 2011 में सूचना और प्रसारण मंत्रालय को अपने निष्कर्ष सौंपे थे।