विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर आज गुरुवार को सुबह से ही लोकसभा में चर्चा जारी है। पक्ष और विपक्ष के नेता अपनी अपनी बात सदन में रख रहे हैं। विपक्ष के नेताओं को सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बोलने का इंतजार था। आखिरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाम 5:10 बजे से अपनी स्पीच शुरू कर दी है। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर पहले निर्मला सीतारमण ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया। इसके बाद विपक्ष की ओर से AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने मणिपुर हिंसा पर सरकार को घेरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में आज दोपहर 3 बजे पहुंचे। प्रधानमंत्री के सदन में पहुंचने पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये अविश्वास प्रस्ताव की ताकत है कि हम पीएम मोदी को सदन तक खींच लाए।
विपक्षी गठबंधन पर सिंधिया ने कहा कि ये लोग सिर्फ नाम बदलते हैं, सामान वही है। इनकी दुकान मोहब्बत की नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार की है। सिंधिया बोले- ये कहते हैं कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान लाएंगे। इनकी खुद की दुकान भ्रष्टाचार, झूठ, तुष्टिकरण का दुकान है। केवल दुकान का नाम बदलता है। सामान वही है। सिंधिया ने कहा मुझे इस पर राहत इंदौरी का शेर याद आता है कि, ‘नए किरदार आते जा रहे हैं। लेकिन नाटक पुराना चल रहा है। सिंधिया ने आगे कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने माना कि I.N.D.I.A. मजबूरी का गठबंधन है। सिंधिया जब बोल रहे थे तब पीछे से आवाज आई कि वो दो साल में चेंज हो गए। बता दें कि सिंधिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे, विपक्ष के नेता इस पर तंज कस रहे थे। इसपर सिंधिया कहते हैं – आपने ही चेंज कराया मुझे, कान खोलकर सुन लो, अब मेरा मुंह मत खुलवाना।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी पर भी हमला किया। वह बोले कि राहुल ने कहा कि पीएम मोदी के लिए मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है। जबकि मोदी ने नॉर्थ ईस्ट को विश्व के साथ जोड़ा, जिनका नॉर्थ ईस्ट के साथ दिल का रिश्ता है। जिन्होंने नॉर्थ ईस्ट से दुश्मनों को खदेड़कर बाहर किया हो, जिस पीएम के रोम-रोम में भारत माता बसती हो उसके लिए ऐसी बात की गई।
उधर, मणिपुर मुद्दे पर राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी को बुलाने को लेकर विपक्ष ने नारेबाजी की। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- हम पीएम को बुलाना चाहते हैं, लेकिन भाजपा वाले कहते हैं कि वो नहीं आएंगे। वो क्यों नहीं आएंगे? वो आ जाएंगे तो क्या हो जाएगा। वो प्रधानमंत्री हैं, कोई परमात्मा नहीं।
नारेबाजी बढ़ी तो राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित कर दी गई थी। 2 बजे कार्यवाही फिर शुरू हुई और फार्मेसी (संशोधन) विधेयक, 2023 राज्यसभा में पारित हो गया। लोकसभा में यह विधेयक 7 अगस्त को पास हुआ था। इसके बाद हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गई।