एक बार फिर देश में एक साल पहले जैसा माहौल बनता जा रहा है। नाइट कर्फ्यू, कंटेनमेंट जोन, पाबंदियां त्योहारों और शादी समारोह के लिए नई गाइडलाइन बननी शुरू हो गई है। जो हालात बन रहे हैं उससे तय है कि कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉनएक बार फिर देश की रफ्तार पर ब्रेक लगाने जा रहा है। हर दिन इसकी संख्या बढ़ती जा रही है। लोगों के साथ केंद्र, राज्य सरकार और महामारी एक्सपर्ट अब ओमिक्रॉन के बढ़ते आंकड़े को गिनने में लगे हुए हैं। गुरुवार को 4 राज्यों में ओमिक्रॉन के 64 नए केस सामने आए। इसमें से तमिलनाडु में 33, तेलंगाना में 14, कर्नाटक में 12 और केरल में 5 मामले सामने आए हैं। इसके बाद देशभर में नए वैरिएंट से संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या 325 हो गई है। ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा 65 मामले महाराष्ट्र में सामने आ चुके हैं। 64 मामलों के साथ दिल्ली दूसरे और 38 केस के साथ तेलंगाना तीसरे नंबर पर है। क्रिसमस और नए साल के जश्न पर कई राज्यों में रोक लगा दी गई है। साथ ही एक जगह भीड़ जमा होने पर भी पाबंदी लगनी शुरू हो गई है।
केंद्र सरकार ने राज्यों को ओमिक्रॉन से निपटने के लिए दिए सुझाव–
केंद्र सरकार ने राज्यों को ओमिक्रॉन से निपटने के लिए यह रणनीति अपनाने के लिए कहा है। 1– नाइट कर्फ्यू लगाएं, जमावड़ों पर रोक लगाई जाए, खासकर आने वाले त्योहारों के मद्देनजर, कोरोना के केस बढ़ने पर कंटेनमेंट और बफर जोन का निर्धारण करें । 2- टेस्टिंग और सर्वेलांस पर विशेष ध्यान दिया जाए। आईसीएमआर और स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक, टेस्ट कराए जाएं। डोर टू डोर केस सर्च और आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए। 3- अस्पतालों में बेड, एंबुलेंस और स्वास्थ्य उपकरण बढ़ाने पर फोकस किया जाए, ऑक्सीजन का बफर स्टॉक बनाया जाए. 30 दिन की दवाओं का स्टॉक बनाएं। 4- लगातार जानकारी दी जाए, ताकि अफवाह न फैले, राज्य रोजाना प्रेस ब्रीफिंग करें। 5- राज्य 100% वैक्सीनेशन पर फोकस करें। सभी वयस्कों को दोनों डोज सुनिश्चित करने के लिए डोर टू डोर अभियान चलाया जाए।