उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और बाहुबली नेता पंडित हरिशंकर तिवारी के दोनों बेटे आज समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। इस मौके पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अब उनकी पार्टी मजबूत हो गई है। रविवार को बाहुबली हरिशंकर तिवारी के बेटे और विधायक विनय शंकर तिवारी, पूर्व सांसद कुशल तिवारी और भांजे गणेश शंकर पांडेय ने बसपा छोड़ सपा की सदस्यता ली। इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि आज बहुत ही प्रतिष्ठित परिवार के लोग सपा में शामिल हो रहे हैं। कन्नौज के मेरे पहले चुनाव में कुशल तिवारी भी साथ थे। अब समाजवादी पार्टी का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि अब समाजवादियों के साथ अंबेडकरवादी भी आ गए हैं। इसलिए 2022 में सपा की सरकार बनने जा रही है। इस अवसर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े 4 साल से प्रदेश में भेदभाव से काम हुआ है। सरकार ने जाति-धर्म के आधार पर काम किया है। बता दें कि पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी ऐसा नाम है, जिसे पूर्वांचल का पहला बाहुबली नेता कहा जाता है। कहते हैं कि हरिशंकर तिवारी के नक्शे कदम पर चलकर ही मुख्तार अंसारी और ब्रजेश सिंह जैसे बाहुबलियों ने राजनीति में कदम रखा। हरिशंकर तिवारी के नाम से एक समय पूरा पूर्वांचल थर्राता था। पूर्वांचल में वीरेन्द्र प्रताप शाही और हरिशंकर तिवारी की वर्चस्व जगजाहिर था। साल 1985 में हरिशंकर तिवारी जेल में रहते हुए चिल्लूपार विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और जीत हासिल की। तिवारी 1997 से लेकर 2007 तक लगातार यूपी में किसी भी पार्टी की सरकार बनी हो, वो मंत्री रहे। चिल्लूपार से अजेय बन चुके हरिशंकर तिवारी को वर्ष 2007 और 2012 में पराजय मिली। 2017 में बसपा के टिकट उनके छोटे बेटे विनय शंकर तिवारी विधायक बने। हरिशंकर तिवारी के बड़े बेटे भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी संतकबीरनगर से दो बार सांसद रह चुके हैं। अब वह 88 साल के हैं और राजनीति में सक्रिय नहीं हैं।
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