बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ आवामी लीग के समर्थकों के बीच फिर हिंसा भड़क उठी है। रविवार को भीषण झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित 97 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य घायल हो गए। इसके चलते अधिकारियों ने मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी और अनिश्चितकाल के लिए पूरे देश में कर्फ्यू लागू कर दिया। सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे पर हुए बवाल को लेकर सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी रविवार को ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के बैनर तले आयोजित असहयोग कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया तथा फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई।
- शनिवार और रविवार को हुई हिंसक झड़पों में 100 से अधिक लोग मारे गए।
- ढाका तक मार्च की आज घोषणा की गई है। छात्र और प्रदर्शनकारी आज दोपहर 2 बजे राजधानी ढाका की ओर मार्च करेंगे, पीएम शेख हसीना को पद छोड़ने की मांग करते हुए कई लाख लोगों के विरोध रैली में शामिल होने की उम्मीद है। जगह-जगह कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए रैली बुलाई गई।
- देश में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।
- मोबाइल इंटरनेट निलंबित।
- रेलवे ने देशभर में ट्रेनों को निलंबित कर दिया है।
भारत सरकार ने जारी की एडवायजरी
उधर, भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों को अगली सूचना तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की कड़ी सलाह दी है और बांग्लादेश में भारतीय अधिकारियों ने अस्थिर स्थिति को देखते हुए नागरिकों से सतर्क रहने को कहा है। 15 साल से अधिक समय तक शासन करने के बाद जनवरी में लगातार चौथी बार सत्ता में लौटीं हसीना के लिए विरोध प्रदर्शन एक बड़ी चुनौती बन गए हैं। ऐसा लगता है कि हसीना की सरकार पतन के कगार पर है क्योंकि प्रदर्शनकारी अब एक मांग पर जोर दे रहे हैं – उनका इस्तीफा। भारत ने बांग्लादेश में अपने नागरिकों के लिए एक सलाह जारी की और उनसे अत्यधिक सावधानी बरतने और अपनी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने को कहा। इसने अपने नागरिकों से अगली सूचना तक बांग्लादेश की यात्रा न करने को भी कहा।