(Asia largest hospital Amrita) : बुधवार को हरियाणा के औद्योगिक शहर फरीदाबाद में परंपरा, संस्कार, स्वागत का एक ऐसा नजारा दिखाई दिया जो अब कम ही देखने को मिलता है। फरीदाबाद में एशिया के सबसे बड़े अमृता प्राइवेट अस्पताल के उद्घाटन के दौरान विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरु माता अमृतानंदमयी का सम्मान किया। “पीएम मोदी ने मंच पर पहले अपने पैरों से जूते उतारे उसके बाद गुरु माता अमृतानंदमई को माला और शॉल भेंट करके झुक कर प्रणाम किया और आशीर्वाद लिया, इस अद्भुत संस्कार का अस्पताल के उद्घाटन के समय उपस्थित हजारों लोगों ने अपनी-अपनी सीटों पर उठकर तालियां बजाकर स्वागत किया”। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमृता अस्पताल के रूप में मां अमृतानंदमयी ने हमें आशीर्वाद दिया है। कुछ दिन पहले ही देश ने आजादी के अमृतकाल में प्रवेश किया है। 6,000 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से 133 एकड़ क्षेत्र में बने 2,600 बिस्तरों वाले अमृता अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने उम्मीद जताई कि अमृता अस्पताल देश के दूसरे सभी संस्थानों के लिए भी एक आदर्श बनेगा। पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा के लोगों को बड़ी सौगात मिली है। देश ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के अमृत काल में प्रवेश किया है। हमारे इस अमृत काल में देश के सामूहिक प्रयास प्रतिष्ठित हो रहे हैं। देश के सामूहिक विचार जाग्रत हो रहे हैं। मुझे खुशी है कि अमृत काल की इस बेला में मां अमृतानंदमयी के आशीर्वाद का अमृत भी देश को मिल रहा है। भारत एक ऐसा राष्ट्र है, जहां, इलाज एक सेवा है, आरोग्य एक दान है। जहां आरोग्य आध्यात्म, दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। हमारे यहां आयुर्विज्ञान एक वेद है। हमने हमारी मेडिकल साइंस को भी आयुर्वेद का नाम दिया है। बता दें कि आध्यात्मिक गुरु माता अमृतानंदमयी दक्षिण भारत की हैं। देश विदेश में करोड़ों अनुयाई आध्यात्मिक गुरु माता को भगवान का दर्जा देते हैं। माता अमृतानंदमई सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर काम करती है। उनके कई स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, मठ और ट्रस्ट लोगों के लिए संचालित हैं।