देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के लिए आज बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। 22 साल बाद आज एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए मतदान शुरू हो रहा है। अध्यक्ष पद के लिए मलिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच सीधा मुकाबला है। दोनों ही नेता अपने-अपने जीत के दावे कर रहे हैं। हालांकि मल्लिकार्जुन का पलड़ा ज्यादा भारी पड़ रहा है। इन दोनों नेताओं ने पिछले दिनों देश के कई राज्यों में जाकर कांग्रेस पार्टी के नेताओं से वोट देने की अपील की है। देशभर के प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) ऑफिस में 9 हजार डेलिगेट्स (वोटर) वोट डालेंगे। इससे पहले पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए आखिरी बार चुनाव साल 2000 में मुकाबला हुआ था। तब जितेंद्र प्रसाद को सोनिया गांधी के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस साल सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने खुद को पार्टी अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर कर लिया है, जिसके कारण 24 वर्षों के बाद गैर गांधी परिवार का अध्यक्ष बनना तय हो गया है। सोनिया ने 1998 में पार्टी अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला था। सोमवार को सुबह 10 बजे से वोटिंग शुरू होगी। डेलिगेट्स शाम 4 बजे तक वोट डाल सकेंगे। आज वोटिंग होगी और 19 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। मतदान से 1 दिन पहले शशि थरूर कांग्रेस डेलिगेट्स से अंतरआत्मा की आवाज पर वोट डालने के लिए कह रहे हैं और चुनाव में जीत के अपने पुराने रिकॉर्ड्स को याद कर रहे हैं। आखिर किन रिकॉर्ड्स के जरिए थरूर को कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में उलटफेर का भरोसा है, इसे विस्तार से जानने से पहले कांग्रेस में थरूर के पॉलिटिकल करियर पर नजर डाल लेते हैं। शशि थरूर महज 14 साल पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। तब से लेकर अब तक वे तीन बार सांसद रहे हैं। वहीं, दो बार केंद्रीय राज्यमंत्री बनाए जा चुके हैं।
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