दो दिन पहले यानी रविवार तारीख 8 जनवरी को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के राजभवन में सुखविंदर सरकार का मंत्रिमंडल गठन हो रहा था उसी दौरान राज्य में डीजल के दाम 3 रुपए प्रति लीटर भी बढ़ गए। मंत्रिमंडल गठन के दौरान अचानक डीजल के दामों में हुई बढ़ोतरी को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की यह नीति हिमाचल के लोग समझ नहीं पाए। आखिरकार 2 दिन बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने अचानक डीजल के दामों के बढ़ाने के फैसले के बारे में बताया है। “सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा सरकार ने लोगों को ठगा है। चुनाव से पहले जयराम ठाकुर ने 900 संस्थान खोल दिए। इसका कोई बजट ही नहीं था।

चुनाव जीतने के लिए VAT भी कम कर दिए और हिमाचल सरकार पर कर्ज लेने का इतना बोझ डाल दिया कि हमें कर्ज की सीमा को बढ़ाना पड़ा”। बता दें कि रविवार को सुक्खू सरकार ने सरकार ने डीजल पर तीन रुपये वैट बढ़ाए थे, जिसके बाद अब 83.02 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर कीमत 86.05 रुपये प्रति लीटर हो गया। वहीं पट्रोल 0.55 रुपये सस्ता होकर 95.07 पर बिक रहा है। वहीं महाराष्ट्र, केरल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान व उत्तराखंड ऐसे राज्य हैं जहां ईंधन सस्ता हुआ है।