आज देश को आठवीं बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 15 जनवरी सुबह करीब 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह सिकंदराबाद और विशाखापत्तनम के बीच चलेगी। ट्रेन करीब 700 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाली यह पहली वंदे भारत ट्रेन होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी 2019 को हरी झंडी दिखाई थी, जो नई दिल्ली से वाराणसी तक चलती है। यह ट्रेन आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के 3-3 रेलवे स्टेशनों पर रुकेगी। आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम, राजमुंदरी और विजयवाड़ा रेलवे स्टेशन पर रुकेगी, वहीं तेलंगाना में ये खम्मम, वारंगल और सिकंदराबाद में रुकेगी। सिकंदराबाद- विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्स्प्रेस (Vande Bharat Express) दक्षिण भारत की दूसरी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन होने जा रही है। पहली ट्रेन मैसूरु – बेंगलुरु – चेन्नई के बीच नवंबर, 2022 में शुरू की गई थी। अभी तक इन रूटों पर दौड़ रही है वंदे भारत। हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस, वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, मुंबई-गांधीनगर-वंदे भारत एक्सप्रेस, बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, नई दिल्ली-वैष्णो देवी वंदे भारत एक्सप्रेस, दिल्ली-अंदौरा वंदे भारत एक्सप्रेस, मैसूर-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस वंदे भारत ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इनमें जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर समेत तमाम सुविधाएं हैं। नई खूबियों से लैस नेक्स्ट जनरेशन वाली वंदे भारत 2.0 ट्रेन में कवच (ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम) की सुविधा है। बता दें, भारतीय रेलवे देशभर में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का नेटवर्क लगातार बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। यात्रियों को बेहतर सुविधा के लिए रेलवे काम कर रहा है। इसी कड़ी में, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, जल्द ही वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपर कोच जोड़ा जाएगा. इससे यात्री आराम से यात्रा कर सकेंगे। साथ ही, वंदे भारत को लंबे रूट पर चलाने में भी मदद मिलेगी।
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