उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में शुक्रवार को डिग्री कॉलेज के शिक्षकों ने अपनी मांगों और अधिकारों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर शिक्षकों ने राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन पर मनमानी रवैया अपनाने का आरोप लगाया। इस मौके पर डिग्री कॉलेज के शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी दिया। बता दें कि शुक्रवार को प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय प्रयागराज से संबंध सभी एडेड डिग्री कॉलेज के शिक्षकों ने आसुआक्टा के अध्यक्ष डॉ. पी के सिंह व महामंत्री डॉ रणनंजय सिंह के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को 25 सूत्रीय मांग कुलपति के प्रतिनिधि डॉ आर के गुप्ता के माध्यम से ज्ञापन दिया गया। राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध चार जनपद प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर के समस्त डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों ने सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया। शिक्षकों ने मांग की कि यूजीसी रेगुलेशन 2018 को अतिशीघ्र लागू किया जाए नहीं तो 3 जनवरी 2022 को विधानसभा घेराव करने के लिए प्रदेशभर के सारे शिक्षक विधानसभा भवन की तरफ कूच करेंगे। डॉ पी के सिंह ने कहां की विश्वविद्यालय हमारी हितों को अनदेखा नहीं कर सकती । डॉ अखिलेश मोदनवाल ने कहा कि पांच इंक्रीमेंट हमारा हक है, हम लेकर रहेंगे। धरना प्रदर्शन में इंदु रेखा डॉ आर पी सिंह, डॉ माया शंकर, डॉ पी के पचौरी, डॉ शशिकांत त्रिपाठी, डॉ रेनू, डॉ आर पी तिवारी, डॉ एस नारायण, डॉ अनुराग त्रिपाठी और डॉ देवेश कुमार सिंह ने सरकार का विरोध करते हुए विभिन्न पहलुओं पर सरकारी व विश्वविद्यालय तंत्र के द्वारा की जा रही तानाशाही के खिलाफ आवाज बुलंद की। प्रतापगढ़ के शिक्षा संघ के जिला अध्यक्ष डॉ पी के सिंह ने कार्यकारिणी से मांग की। मानदेय पर कार्यरत क्लर्क शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं यह बात कुलपति और परीक्षा नियंत्रक को बताई जाए । अध्यक्ष में “स्ट्राइक द आयरन व्हाईल इट्स हॉट” के कोटेशन के साथ आह्वान किया। आज चुनाव का मौसम है शिक्षक एकजुट है यूजीसी रेगुलेशन 2018 के नियमों को मनवाने के लिए सरकार को उसके हठधर्मिता से हिलाया जा सकता है यदि आज हमारी मांगे नहीं सुनी गई तो आगामी 4 साल तक शिक्षकों के हित की बातें ठंडे बस्ते में डाल दी जाएगी। शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष प्रतापगढ़ डॉ पी के सिंह ने कहा कि मानदेय पर कार्यरत क्लर्क शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं यह बात कुलपति और परीक्षा नियंत्रक को बताई जाए । आज के धरना प्रदर्शन में सैकड़ों शिक्षकों ने कहा सरकार शीघ्र में पांच इंक्रीमेंट और ड्यू डेट से प्रोफेसर पद नाम नहीं देती है तो हम आगामी 3 जनवरी को विधानसभा का घेराव करेंगे।