Rishikesh-Karnprayag rail project : उत्तराखंड में यानोत्री हाईवे पर सिल्कायरा टनल आर-पार हुई  - Daily Lok Manch PM Modi USA Visit New York Yoga Day
December 16, 2025
Daily Lok Manch
Recent उत्तराखंड

Rishikesh-Karnprayag rail project : उत्तराखंड में यानोत्री हाईवे पर सिल्कायरा टनल आर-पार हुई 

उत्तरकाशी के यमुनोत्री हाइवे पर निर्माणधीन सिल्कायरा-पोलगांव टनल आर पार हो गई है। करीब 4.5 किमी लंबी सुरंग का निर्माण वर्ष 2018 में शुरू हुआ था। वही टनल के बाहर बाबा गोरखनाथ मंदिर का निर्माण भी पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री ने बाबा बौखनाग मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा में विशेष पूजा अर्चना की।वर्ष 2023 सिल्क्यारा-पोलगांव सुरंग निर्माण के दौरान भूस्खलन हो गया था। इस दौरान वहां पर 41 मजदूर फंस गए थे, जिन्हें 17 दिन चले रेस्क्यू के बाद सुरक्षित बाहर निकाला गया था। इस हादसे के बाद यह सुरंग देश-दुनिया में चर्चा का विषय बन गई थी। वहीं बुधवार को इस 4.5 किमी लंबी सुरंग के आरपार होने के मौके पर एनएचआईडीसीएल और नवयुगा कंपनी की ओर से भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में शिरकत करने सीएम पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय राज्य सड़क परिवहन मंत्री अजय टम्टा भी पहुंचे। दोनों पहले सुरंग के बाहर नवनिर्मित बाबा बौखनाग मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां पर उन्होंने बाबा के पश्वा का आशीर्वाद लिया। उसके बाद वह एनएचआईडीसीएल और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ पूरी सुरक्षा के बीच सुरंग के अंदर गए और वहां पर सुरंग के बचे हुए हिस्से को ब्रेक थ्रू कर बाबा बौखनाग के जयकारों के साथ आरपार कराया।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना से राज्य की कनेक्टिविटी में होगा बड़ा बदलाव उत्तराखंड में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है, इससे राज्य की कनेक्टिविटी में एक बड़े बदलाव की उम्मीद है। यह रेल मार्ग कुल 125.20 किलोमीटर लंबा है और इसका लगभग 83% हिस्सा सुरंगों से होकर गुजरेगा। इस परियोजना में 16 मुख्य सुरंगें बनाई जा रही हैं, जिनकी कुल लंबाई 104 किलोमीटर होगी। इसके अलावा 12 आपातकालीन सुरंगें (Escape Tunnels) और 7 किलोमीटर से ज्यादा की क्रॉस-पैसेज भी बनाई जा रही हैं। सबसे लंबी सुरंग 14.58 किलोमीटर लंबी होगी।

वहीं रेल मार्ग में 14 पुल भी बनाए जा रहे हैं, जिनमें 5 बड़े और महत्वपूर्ण हैं। सबसे ऊंचा पुल गौचर ब्रिज (Br-15) है, जिसकी ऊंचाई 46.99 मीटर है। सबसे लंबा पुल श्रीनगर ब्रिज (Br-09) है, जिसकी लंबाई 489 मीटर है। देवप्रयाग ब्रिज (Br-06) की सबसे लंबी स्पैन (खंड) 125 मीटर की है। इसके अलावा परियोजना में 6 सड़क पुल, 2 रोड ओवरब्रिज और 38 छोटे पुल भी बनाए जा रहे हैं, इससे सड़क और रेल दोनों का अच्छा तालमेल हो सकेगा। इस रूट पर 12 नए स्टेशन भी बनाए जा रहे हैं, जो स्थानीय लोगों की यात्रा को और भी आसान बनाएगा।

रेल लाइन के कुछ हिस्से (18.43 किलोमीटर) खुले क्षेत्र से होकर गुजरेंगे, जहां कटाई और मिट्टी भराई का कार्य किया जाएगा। यह कुल रूट का 14.72% हिस्सा होगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद, यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा, पर्यटन को बढ़ावा और स्थानीय लोगों तथा तीर्थयात्रियों को एक सुरक्षित और तेज यातायात की सुविधा मिलेगी। यह रेल लाइन उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र को भारत के बाकी हिस्सों से सीधे जोड़ देगी।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस रेल परियोजना को राज्य के विकास, संपर्क और समृद्ध भविष्य की आधारशिला बताया है। उन्होंने कहा कि परियोजना का पहला चरण 2026 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देवभूमि अब विकास की पटरी पर दौड़ रही है। इस परियोजना का हर स्टेशन, सुरंग और पुल हमारे पहाड़ों पर रेलवे का सपना साकार कर रहा है।

Related posts

Gyanvapi Mosque Case मुस्लिम पक्ष को झटका : वाराणसी ज्ञानवापी मस्जिद मामले में कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला, देखें वीडियो

admin

पीएम मोदी के बाबा बदरीनाथ और केदारनाथ के संभावित दौरे को लेकर पुलिस प्रशासन ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा

admin

Paris Olympics 2024, Manu Bhaker and Sarabjot singh Bronze Medal 🥇 : पेरिस ओलंपिक में भारत ने एक और मेडल जीता, मनु भाकर और सरबजीत की जोड़ी ने ब्रॉन्ज अपने नाम किया

admin

Leave a Comment