उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद आज एक बार फिर से विधान परिषद के चुनाव में भी भाजपा ने अपना डंका बजा दिया। 27 सीटों के लिए 9 अप्रैल को हुए चुनाव नतीजे आज घोषित कर दिए गए। जिसमें 24 सीटों पर भाजपा के एमएलसी सदस्य विजयी निर्वाचित हुए हैं। बता दें कि भाजपा के 9 प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध चुने गए थे। इस प्रकार यूपी में भारतीय जनता पार्टी ने 36 सीटों में से 33 पर विजय प्राप्त की है। वहीं तीन सीटों में से दो निर्दलीय और एक राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के उम्मीदवार ने बाजी मारी है। वहीं प्रदेश में विपक्षी दल समाजवादी पार्टी का पूरी तरह से इस चुनाव में सफाया हो गया है। वाराणसी से निर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह भारी मतों से चुनाव जीत गईं हैं। अन्नपूर्णा सिंह माफिया बृजेश सिंह की पत्नी हैं। आजमगढ़-मऊ सीट से भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू ने जीत दर्ज की है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हराया है। प्रतापगढ़ से राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह ने जीत हासिल की है। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी हरि प्रताप सिंह को 614 मत मिले। तीसरे स्थान पर रहे समाजवादी पार्टी प्रत्याशी विजय यादव को 380 मत मिले। अक्षय प्रताप सिंह ने लगातार पांचवीं बार इस सीट पर जीत दर्ज की है।
यूपी विधान परिषद के चुनाव में यह भाजपा के प्रत्याशी जीते–
यूपी की 33 सीटों पर बीजेपी के एमएलसी चुने गए हैं, जिनमें से 9 सदस्य पहले ही निर्विरोध जीत दर्ज कर चुके हैं तो 24 ने मंगलावर को जीत हासिल की है। बहराइच-श्रावस्ती सीट से प्रज्ञा त्रिपाठी, रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह, जौनपुर से बृजेश सिंह प्रिंशू, देवरिया-कुशीनगर सीट से रतनपाल सिंह, लखनऊ-उन्नाव सीट से रामचंद्र प्रधान, बाराबंकी से अंगद कुमार सिंह, आगरा-फिरोजाबाद से विजय शिवहरे, बलिया से रविशंकर सिंह पप्पू, प्रयागराज से डॉ केपी श्रीवास्तव, मेरठ से धर्मेंद्र भारद्वाज, सीतापुर से पवन सिंह चौहान, गाजीपुर से विशाल सिंह चंचल , मुरादाबाद से सतपाल सैनी, गोरखपुर से सीपी चंद, सुल्तानपुर से शैलेन्द्र प्रताप सिंह, बस्ती से सुभाष यदुवंश, फर्रुखाबाद से प्रांशु दत्त, झांसी से रमा निरंजन, गोंडा से अवधेश कुमार सिंह, अयोध्या से हरिओम पांडे, फतेहपुर से अविनाश सिंह चौहान और बरेली महाराज सिंह ने जीत हासिल की है। एमएलसी चुनाव में बड़ी जीत के बाद अब भाजपा का विधान परिषद सदन में भी दबदबा कायम हो गया है।