कोरोना महामारी की दूसरी लहर में इसी साल उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव कराने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा था । बता दें कि यूपी पंचायत चुनाव के बाद कोरोना के मामले और बढ़ गए थे। यही नहीं चुनाव के दौरान ड्यूटी में लगाए गए कई शिक्षकों की कोरोना से मौत भी हो गई थी। अब देश में नए वायरस ओमिक्रोन ने एक बार फिर पूरे देश में चिंता बढ़ा दी है। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पंचायत चुनाव टालने का मन बना चुकी है।दरअसल कैबिनेट ने पंचायत चुनाव कराने के लिए हाल ही में जारी अध्यादेश को वापस ले लिया है। साथ ही यह प्रस्ताव राज्यपाल को भेज दिया गया है। अंतिम फैसला राज्य निर्वाचन आयोग लेगा। मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव 3 चरणों में होने थे। पहले चरण में सात हजार 527, दूसरा चरण में 7,571 और तीसरे चरण में 8,814 पंचायतों के चुनाव कराए जाने की चर्चा थी। इसके साथ ही जिला और जनपद पंचायत के सदस्यों के चुनाव होने हैं।