करोड़ों की आस्था से जुड़ा छठ महापर्व पर उत्तराखंड की धामी सरकार ने भी 10 नवंबर को सार्वजनिक छुट्टी का एलान किया है। इससे पहले दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने भी 10 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी। बता दें कि राजधानी देहरादून उत्तराखंड के कई शहरों में बिहार, झारखंड और पूर्वी यूपी के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं, इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छठ पूजा पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। सोमवार को 10 नवंबर की छुट्टी का शासनादेश भी जारी कर दिया है। बुधवार को कोषागार तथा उप कोषागार खुले रहेंगे इसके अलावा सभी ऑफिस, कार्यालयों और विद्यालयों में सार्वजनिक अवकाश रहेगा।
बता दें कि आज सुबह नहाय खाय के साथ चार दिन के छठ पूजा महापर्व की शुरुआत हुई। यह त्योहार मुख्य तौर पर बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है, लेकिन आजकल बहुत से लोग इस व्रत को करने लगे हैं । इस खास दिन छठ व्रती किसी नदी, तलाब या सरोवर के पास जाकर स्नान करती हैं और इसके बाद दिन भर में केवल एक बार ही सात्विक भोजन ग्रहण करती हैं। छठ के दूसरे दिन यानी पंचमी को खरना कहा जाता है। इस दिन छठ व्रती दिनभर निर्जला उपवास रखती है और शाम में को अरवा चावल की बनी खीर और रोटी छठी मैया को अर्पण करके बाद में उनका प्रसाद ग्रहण करती है। इसके साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है। इस लोक आस्था के पर्व पर छठ व्रती उगते और डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर उनकी आराधना करती हैं। यह त्योहार सूर्य षष्ठी व्रत भी कहलाता है इस कारण इसके छठ भी कहा जाता है। इस व्रत को साल में दो बार चैत्र में और दूसरी बार कार्तिक में मनाया जाता है। बता दें कि कार्तिक मास में किए जाने वाले छठ की अधिक मान्यता है।