दिसंबर महीने में उत्तराखंड में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चार दिवसीय दौरे पर ब्रिटेन गए हुए हैं। 25 सितंबर से 28 सितंबर तक सीएम धामी ब्रिटेन में रहेंगे। लंदन एयरपोर्ट पहुंचने पर मुख्यमंत्री का प्रवासी भारतीय और उत्तराखंड के लोगों ने जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर उत्तराखंड के प्रवासियों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ सीएम का भव्य स्वागत किया। उत्तराखंड की धामी सरकार ने ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। लंदन जमाना होने से पहले सोमवार को सीएम धामी ने कहा कि देवभूमि के आराध्य देवी-देवताओं के आशीर्वाद से एवं समस्त प्रदेशवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं की पूर्ति और सशक्त उत्तराखण्ड के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिसंबर में आयोजित होने वाली ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ में प्रवासी भारतीयों और अंतर्राष्ट्रीय उद्योगपतियों से मुलाकात और उन्हें इस समिट में आमंत्रित करने के लिए लंदन और बर्मिंघम की यात्रा पर जा रहा हूं। मंगलवार को लंदन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लंदन में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए आयोजित बैठक में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने लंदन के कई प्रमुख उद्योग घरानों से मुलाकात कर उत्तराखण्ड में निवेश की सम्भावनाओं पर चर्चा की। सीएम के साथ सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा लंदन गए हैं।
सीएम धामी की उपस्थिति में लंदन में पोमा ग्रुप (Poma Group) के साथ दो हजार करोड़ रुपये का इन्वेस्टर एमओयू साइन किया गया। मुख्यमंत्री ने सभी निवेशकों को दिसंबर में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए आमंत्रित भी किया सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश की भौगौलिक परस्थितियों को देखते हुए उत्तराखंड में इको-फ्रेंडली टूरिज्म के क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। पोमा ग्रुप दुनियाभर में रोपवे निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी है पोमा ग्रुप का उत्तराखंड में काम करने का बहुत पुराना अनुभव है. चमोली जिले के औली रोपवे में पोमा ग्रुप तकनीकी सहयोग प्रदान कर चुका है। इसके अलावा वर्तमान पोमा रोपवे देहरादून-मसूरी रोपवे, यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट्स में भी तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोमा ग्रुप ने हरिद्वार समेत कई अन्य धार्मिक और पर्यटक स्थलों में रोपवे के लिए तकनीकी सहयोग, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए निवेश की इच्छा जाहिर की है।
प्रदेश सरकार निवेश के ऐसे रास्तों की तलाश कर रही है, जिसमें विकास और पर्यावरण का संतुलन बना रहे। ऐसे में रोपवे जैसे विकल्प उत्तराखंड में जहां एक ओर पर्यटकों को सुगमता प्रदान करेंगे, दूसरी ओर लोगों की आजीविका के अवसर बढ़ाने के साथ पर्यावरण के लिए भी बेहतर सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री धामी ने लंदन में निवेशकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि लंदन सर्विस सेक्टर का भी बड़ा केंद्र है इसलिए यहां टूरिज्म, आईटी, हेल्थकेयर के क्षेत्र के बड़े निवेशक कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड एक पर्वतीय राज्य होने के कारण यहां की यहां की कृषि जलवायु भी अन्य राज्यों से भिन्न है। आज के दौर में यूरोप से लेकर सभी देशों के ऑर्गेनेक उत्पादों की विशेष मांग हैं।
उन्होंने कहा कि समिट के जरिए उत्तराखण्ड के उत्पादों को विदेशों में और प्रभावी रुप से पंहुचाया जा सकेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि दुनियाभर से निवेशक उत्तराखण्ड का रुख करें, ताकि यहां की औद्योगिक गतिविधियों को और रफ्तार मिल सके।मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में लंदन और बर्मिघम में पर्यटन, आइटी, शिक्षा, स्वास्थ्य, खाद्य प्रसंस्करण के अलावा आटोमोबाइल उद्योग के औद्योगिक घरानों के साथ बैठकें आयोजित की जाएंगी। पहले दिन प्रतिनिधिमंडल की रोपवे के क्षेत्र में अग्रणी पोमा ग्रुप के साथ ही लंदन के अन्य औद्योगिक घरानों के साथ बैठक होगी। 28 सितंबर को मुख्यमंत्री ब्रिटेन में रहने वाले प्रवासी भारतीयों व उत्तराखंडवासियों से मुलाकात कर उन्हें प्रदेश में निवेश करने को प्रोत्साहित करेंगे। उत्तराखंड में निवेशक सम्मेलन दिसंबर में प्रस्तावित है। सरकार ने इस सम्मेलन के जरिये ढाई लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है। बुधवार मुख्यमंत्री धामी 27 सितंबर को बर्मिंघम में रोड शो करेंगे।