गोवा में आयोजित हुई दो दिवसीय एससीओ की बैठक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान पर निशाना साधा। जयशंकर ने कहा, ‘आतंकवाद पर पाकिस्तान की विश्वसनीयता उसके विदेशी मुद्रा भंडार से भी तेज रफ्तार से गिर रही है। उन्होंने कहा, ”आतंकवाद के पीड़ित आतंकवाद पर चर्चा करने के लिए इसके अपराधियों के साथ नहीं बैठते हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि SCO के सदस्य देश के विदेश मंत्री के तौर बिलावल भुट्टो जरदारी भारत आए। हालांकि, आतंकवाद के प्रमोटर मुल्क के प्रवक्ता के तौर उनकी भूमिका पर सवाल उठे हैं।
जयशंकर ने कहा, ”एससीओ सदस्य देश होने के नाते पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ वैसा ही व्यवहार किया गया। एक टेररिज्म इंडस्ट्री जो पाकिस्तान का मुख्य आधार है, के प्रमोटर, जस्टिफायर और प्रवक्ता के रूप में उनके पदों की आलोचना की गई और एससीओ की बैठक में ही इसका विरोध किया गया।
जयशंकर ने कहा, ”एससीओ सदस्य देश होने के नाते पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ वैसा ही व्यवहार किया गया। एक टेररिज्म इंडस्ट्री जो पाकिस्तान का मुख्य आधार है, के प्रमोटर, जस्टिफायर और प्रवक्ता के रूप में उनके पदों की आलोचना की गई और एससीओ की बैठक में ही इसका विरोध किया गया।
भारत-पाक रिश्तों पर प्रश्न समेत पाकिस्तानी पत्रकार के एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री जयशंकर ने तंज कसते हुए कहा, ”आतंकवाद के पीड़ित आतंकवाद पर चर्चा करने के लिए आतंकवाद के अपराधियों के साथ में नहीं बैठते है, आतंकवाद के पीड़ित खुद का बचाव करते हैं, वे इसकी निंदा करते हैं, वे इसे वैध ठहराते हैं और वास्तव में यही हो रहा है. यहां आकर इन कपटपूर्ण वचनों का प्रचार करना मानो एक ही नाव पर सवार हों।