अगर कोई जापानी व्यक्ति हिंदी में बात करता हुआ मिल जाए तो हिंदुस्तानियों को अपना वतन याद आ जाता है। ऐसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुआ। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 और क्वाड सहित तीन प्रमुख बहुपक्षीय शिखर सम्मेलनों में भाग लेने के लिए जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की छह दिवसीय यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के साथ मीटिंग की। इसके बाद उन्होंने हिरोशिमा में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया। G-7 में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका हैं। जापान में ही क्वाड देशों के नेताओं की तीसरी बैठक भी हुई। वहीं जापान के प्रसिद्ध लेखक और हिंदी, पंजाबी भाषा के जानकार पद्म श्री डॉ. तोमियो मिज़ोकामी ने पीएम मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने दोनों के बीच बातचीत का हिंदी में जिक्र किया। इसमें उन्होंने बताया कि भाषा कैसे सीखी। इस मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा- हिरोशिमा में, मुझे प्रोफेसर तोमियो मिज़ोकामी के साथ बातचीत करके खुशी हुई। पद्म पुरस्कार विजेता, वह एक प्रतिष्ठित हिंदी और पंजाबी भाषाविद् हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति और को बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं जापान के लोगों के बीच लोकप्रिय साहित्य। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने हिरोशिमा में रह रहे भारतीय मूल के लोगों से भी मुलाकात की।
पीएम मोदी ने कहा– हिरोशिमा का नाम सुनते ही आज भी दुनिया कब जाती है–

पीएम मोदी ने कहा कि आज भी हिरोशिमा का नाम सुनते ही दुनिया थरथरा जाती है। G7 समिट में मुझे महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करने का सौभाग्य मिला। आज दुनिया जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद की लड़ाई लड़ रही है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हिरोशिमा में महात्मा गांधी की मूर्ति अहिंसा के विचार को आगे बढ़ाएगी। उनके लिए यह जानना एक बड़ा क्षण है कि उन्होंने जापानी पीएम को जो बोधि वृक्ष उपहार में दिया था, वह यहां हिरोशिमा में लगाया गया है, ताकि लोग यहां आने पर शांति के महत्व को समझ सकें। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ पीएम मोदी ने बैठक की। बाद में जी-7 समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए यात्रा के दौरान उन्होंने हिरोशिमा में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के साथ मीटिंग की। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हिरोशिमा में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल के साथ द्विपक्षीय बैठक की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि आज की बातचीत प्रमुख रूप से विकास के क्षेत्रों में इस दोस्ती को और भी मजबूत करने के तरीकों पर केंद्रित है। क्वॉड देशों की बैठक शनिवार को हिरोशिमा में होगी। बाइडन का ऑस्ट्रेलिया दौरा रद्द होने के बाद सिडनी में बैठक भी कैंसल कर दी गई थी। वाइट हाउस ने शुक्रवार को जारी बयान में बताया कि हिरोशिमा में सभी चारों देशों (भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान) के नेता मौजूद हैं और अब बैठक वहीं होगी। प्रधानमंत्री मोदी इसमें भाग लेंगे।
रूस-यूक्रेन संघर्ष पर मोदी ने कहा कि इस मामले में भारत का रुख स्पष्ट और अटल है। भारत शांति के पक्ष में खड़ा है। आज का समय सहयोग का है संघर्ष का नहीं। उम्मीद जताई जा रही है कि जी7 से इतर मोदी और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की की मुलाकात हो सकती है। इसके लिए दोनों देशों के राजनयिक इसकी संभावनाएं तलाश रहे हैं। अगर मोदी और जेलेंस्की हिरोशिमा में मिलते हैं, तो यह पिछले साल फरवरी में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद दोनों नेताओं की पहली मुलाकात होगी।