देश में करीब दो दशक पहले तक दुकानों पर चाय कुल्हड़ में दी जाती थी। लेकिन समय के साथ दुकानों से कुल्हड़ गायब होते चले गए। ऐसा नहीं है आज भी कई ऐसी दुकानें हैं जो पुरानी परंपरा को कायम रखे हुए हैं। लेकिन ऐसी दुकानें बहुत कम ही मिलेंगी। ऐसे ही उत्तर प्रदेश उत्तराखंड में अब दुकानों पर कुल्लड़ बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। चाय के साथ लस्सी दूध भी कुल्हड़ में पीने का आनंद ही कुछ और आता था। शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कुल्हड़ में चाय पी। इस मौके पर सीएम धामी ने सचिवालय के सभी अधिकारियों कर्मचारियों के लिए कुल्लड़ में चाय पीने के आदेश दिए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने सचिवालय में ‘कुम्हारी कला’ को पुनर्जीवित करने को लेकर बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश में कुम्हारी कला को अधिक से अधिक बढ़ावा देने पर जोर दिया। सीएम ने कहा कुम्हारी कला समृद्ध एवं प्राचीन हस्तकला है। उत्तराखंड में अनेक परिवार इस कला से जुड़े हैं। वहीं धामी ने मुख्यमंत्री आवास एवं सचिवालय में मिट्टी के कुल्हड़ में चाय देने की शुरुआत करने को कहा। इस दौरान सीएम धामी ने अफसरों के साथ कुल्हड़ में चाय पी। इसके मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत विधानसभा चुनाव जीतने के बाद शुक्रवार शाम को राजधानी देहरादून में पहली कैबिनेट बैठक ली । इस बैठक में सीएम धामी ने 23 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगाई।
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