सोमवार सुबह लखनऊ विधानसभा में नए विधायकों शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का दोस्ताना अंदाज में हाथ मिलाना और पीठ थपथपाना भाजपा के साथ सपाइयों को भी सुखद अनुभव करा गया। लेकिन पक्ष और विपक्ष की दोस्ती सियासत में अधिक लंबे समय तक दिखाई नहीं दे सकती है। विपक्ष हमेशा से ही सत्ता पक्ष की नीतियों का विरोध करने के लिए जाना जाता है। सुबह लखनऊ विधानसभा सदन में पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायक दल की शपथ ली उसके बाद अखिलेश यादव ने शपथ ली। उसके कुछ देर बाद ही अखिलेश यादव ने विपक्ष के नेता के तौर पर आक्रामक अंदाज शुरू कर दिया। अखिलेश ने आज ट्वीट के माध्यम से ताबड़तोड़ योगी सरकार पर कई आरोप लगाए। उन्होंने प्रदेश सरकार पर ट्वीट करते हुए लिखा, गाजियाबाद में सरेआम पेट्रोल पम्प से 25 लाख रुपये की लूट और बिजनौर में राशन डीलर की हत्या यूपी की नई बीजेपी सरकार का अभिनंदन कर रही है। बीजेपी के राज में सरकार पेट्रोल से लोगों को लूट रही है और यूपी के बैखौफ अपराधी पेट्रोल पंपवालों को। जनता पूछ रही है, ये कैसा परस्पर संबंध है । अखिलेश ने कहा कि केवल बेंच बदल गई है, मैं अब विपक्ष में बैठूंगा। सरकार की जवाबदेही के लिए विपक्ष काम करेगा और विपक्ष की भूमिका सकारात्मक होगी। इससे पहले वह पति योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में सभी विपक्षी सदस्यों से सकारात्मक भूमिका में आने की अपील की ।