आज सुबह दिल्ली के संसद के सेंट्रल हॉल में 10:15 बजे द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली। देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने मुर्मू को 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ दिलाई। 25 जुलाई 2022 की तारीख इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गई है। इसके बाद वो राष्ट्रपति भवन के सामने वाले हिस्से में पहुंचीं जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोधन भी किया। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने कारगिल दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा, ’26 जुलाई को करगिल विजय दिवस है । ये दिन भारतीय सेनाओं के शौर्य और संयम का प्रतीक है। मैं सभी नागरिकों और सेनाओं को करगिल दिवस की शुभकामनाएं देती हूं। “उन्होंने आगे कहा कि, राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना, मेरी निजी उपलब्धि नहीं है, ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है। मेरा निर्वाचन इस बात का सबूत है कि भारत में गरीब सपने देख भी सकता है और उन्हें पूरा भी कर सकता है”। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत तमाम केंद्रीय मंत्री और सांसद मौजूद रहे।