(Rajnath Singh big announcement agnipath yogna) देश में पिछले काफी समय से युवाओं में सेना में भर्ती न निकलने की वजह से काफी गुस्सा देखा गया था। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रचार के दौरान युवाओं ने उनसे सेना में भर्ती निकाले जाने की मांग भी की थी। राजनाथ सिंह की जनसभा में भी कई युवाओं ने प्रदर्शन भी किया था। उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान समेत कई प्रदेशों में युवाओं ने कई साल से भर्ती न निकाले जाने को लेकर प्रदर्शन भी किए थे। आखिरकार अब केंद्र सरकार ने सेना में भर्ती निकालने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि इसकी तैयारी पिछले दिनों ही शुरू हुई थी जब तीनों सेना के अध्यक्षों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजधानी दिल्ली में मुलाकात की थी। इसी को आगे बढ़ाते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज तीनों सेना प्रमुखों के साथ संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अग्निपथ स्कीम का एलान कर दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि आज हम ‘अग्निपथ’ नामक एक transformative योजना ला रहे हैं, जो हमारी आर्म्ड फोर्सेज में ट्रांसफॉर्मेटिव चेंज लाकर उन्हें पूरी तरह आधुनिक और और हथियारों से सुसज्जित बनाएगी। देश के युवाओं के लिए चार साल की भर्ती की योजना है। इन युवाओं को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। योजना को हरी झंडी मिलने के बाद साल अगस्त के महीने से रिक्रूटमेंट रैलिया शुरू हो जाएंगी और सेना (थलसेना, नौसेना और वायुसेना) में भर्तियां शुरू हो जाएंगी।


अब सेना की रेजीमेंट्स में जाति, धर्म, और क्षेत्र के हिसाब से भर्ती नहीं होंगी–
अब सेना की रेजीमेंट्स में जाति, धर्म और क्षेत्र के हिसाब से भर्ती नहीं होगी बल्कि देशवासी के तौर पर होगी। यानि कोई भी जाति, धर्म और क्षेत्र का युवा किसी भी रेजीमेंट के लिए आवेदन कर सकेगा। दरअसल, सेना में इंफेंट्री रेजीमेंट अंग्रेजों के समय से बनी हुई हैं जैसे सिख, जाट, राजपूत, गोरखा, डोगरा, कुमाऊं, गढ़वाल, बिहार, नागा, राजपूताना-राईफल्स (राजरिफ), जम्मू-कश्मीर लाइट इंफेंट्री (जैकलाई), जम्मू-कश्मीर राईफल्स (जैकरिफ) इत्यादि। ये सभी रेजीमेंट जाति, वर्ग, धर्म और क्षेत्र के आधार पर तैयार की जाती हैं। आजादी के मात्र एक ऐसी, द गार्ड्स रेजीमेंट ऐसी है जो ऑल इंडिया ऑल क्लास के आधार पर खड़ी की गई थी। लेकिन अब अग्निवीर योजना में माना जा रहा है कि सेना की सभी रेजीमेंट ऑल इंडिया ऑल क्लास पर आधारित होंगी।
इस प्रकार रहेगा सेना में भर्ती होने का प्रारूप–
1-सेना में भर्ती मात्र चार साल के लिए होगी।
2-चार साल वाले सैनिकों को अग्निवीर नाम दिया जाएगा।
3-चार साल बाद सैनिकों की सेवाओं की समीक्षा की जाएगी.श। समीक्षा के बाद कुछ सैनिकों की सेवाएं आगे बढ़ाए जा सकती हैं। बाकी को रिटायर कर दिया जाएगा।
4- चार साल की नौकरी में छह-नौ महीने की ट्रेनिंग भी शामिल होगी।
5-रिटायरमेंट के बाद पेंशन नहीं मिलेगी बल्कि एक मुश्त राशि दी जाएगी।


