पिछले कुछ दिनों से भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ने टेंशन बढ़ा दी है। इसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह वैज्ञानिकों और एक्सपर्ट लोगों के साथ आपातकालीन बैठक भी की । हालांकि भारत में अभी इसके नए वैरिएंट का एक भी केस नहीं मिला है लेकिन फिर भी केंद्र सरकार इसे लेकर अलर्ट हो गई है। सबसे अधिक दक्षिण अफ्रीकी देशों में इस नए ओमिक्रॉन के मरीज सामने आ रहे हैं। अब ओमिक्रॉन से नई लहर का खतरा है, क्योंकि यह डेल्टा से 7 गुना तेजी से फैल रहा है। यही नहीं, यह तेजी से म्यूटेट भी हो रहा है। पकड़ में आने से पहले ही इसमें 32 म्यूटेशन हो चुके हैं। इसे देखते हुए यूरोपीय यूनियन के सभी 27 देशों ने 7 अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर रोक लगा दी है। इधर, भारत में नए वैरिएंट का कोई केस नहीं मिला है। फिर भी सिंगापुर, मॉरीशस समेत 12 देशों से आने वाले यात्रियों की गहन जांच होगी। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (B.1.1.529) की शुरुआती रिपोर्ट्स बेहद चौंकाने वाली हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे वैरिएंट ऑफ कन्सर्न बताया है। द. अफ्रीका के 3 प्रांतों में रोज मिलने वाले 90% केस इसी वैरिएंट के हैं, जो 15 दिन पहले सिर्फ 1% थे। वैज्ञानिकों को यही बात सबसे ज्यादा डरा रही है। क्योंकि, अभी तक सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट डेल्टा था, जिससे दुनिया में तीसरी लहर आई थी। फिलहाल भारत में अभी इस नए वैरिएंट का कोई केस सामने नहीं आया है।