इन दिनों कार, बाइक अन्य वाहन चलाने वालों के लिए हर दिन बढ़ती जा रही पेट्रोल-डीजल की कीमतें जेब पर असर डाल रही हैं। इससे आम लोगों का बजट भी बिगड़ रहा है। लोगों को 2 सप्ताह से हर रोज सुनने को मिल रहा है कि तेल के दामों में वृद्धि हो गई, लेकिन किससे शिकायत करें, उदास मन से शांत हो जाता है। दूसरी ओर मोदी सरकार के मंत्री पेट्रोल डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों पर कोई इत्तेफाक रखना नहीं चाहते हैं। आज लोकसभा में जब विपक्षी सांसदों ने उनसे ईंधन की लगातार बढ़ती कीमतों के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने अमेरिका ब्रिटेन का हवाला देकर कहा कि यहां तो कीमतें बहुत कम बढ़ रही हैं। मंगलवार को संसद में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी से जब विपक्षी सांसदों ने ईंधन के बढ़ते दामों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से कर दी। हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि मेरे हिसाब से भारत में पेट्रोल की कीमतें बीते दो हफ्तों में 5% बढ़ी हैं। इनकी कीमतों में इजाफा अकेले भारत में नहीं हुआ है। अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के बीच में पेट्रोल की कीमतें अमेरिका में 51%, कनाडा में 52%, जर्मनी में 55%, ब्रिटेन में 55%, फ्रांस में 50% और स्पेन में 58% बढ़ी हैं। बीते 2 हफ्ते में वाहन ईंधन पेट्रोल के भाव में 9 रुपये 20 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया जा चुका है। पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की बढ़ती कीमतों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरने की कोशिश में जुटा है। बता दें कि पिछले महीने कि 22 मार्च से अभी तक देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में हर दिन इजाफा हो रहा है। बीच में केवल 2 दिन दाम नहीं बढ़ाए गए थे। इसके साथ एलपीजी, सीएनजी और पीएनजी के दामों में भी बढ़ोतरी की गई है। ईंधन की हर रोज बढ़ती कीमतों से वाहन सवार और आम लोग परेशान हैं। लेकिन तेल कंपनियां पेट्रोल डीजल लगातार महंगा किए जा रही हैं। किसी को भी नहीं मालूम कि बढ़ती हुई कीमतों पर कब विराम लगेगा।


