होली की पूरे देश भर में धूम शुरू हो गई है। वहीं ब्रज क्षेत्र में कई दिनों से होली उत्सव की शुरुआत हो चुकी है। मथुरा और बृज में होली का हाव-भाव अद्भुत और निराला होता है। यहां सप्ताह भर होली की धूम देखने को मिलती है। वहीं ब्रज में तो होली का पर्व वसंत पंचमी से शुरू हो जाता है जोकि 40 दिनों यानी होली तक चलता है। यहां की फूलों वाली होली, रंगों वाली होली, लड्डू होली, छड़ीमार होली और लट्ठमार होली खूब प्रचलित है। बरसाना में 27 फरवरी को लड्डू होली खेली गई। इसमें महिलाएं और पुरुष एक दूसरे पर लड्डू फेंकते हुए होली खेलते हैं। कृष्ण की जन्म नगरी नंदगांव में 1 मार्च को लट्ठमार होली खेली गई। फाल्गुन मास की एकादशी को आमलकी एकादशी या रंगभरी एकादशी के दिन मथुरा में होली खेली जाती है। इस बार रंगभरी एकादशी 3 मार्च 2023 को मनाई गई। मान्यता है कि इस दिन शिवजी और माता पार्वती काशी पहुंचे थे और इसी खुशी में रंगभरी एकादशी के दिन मथुरा में धूमधाम से होली खेली जाती है।
आज यानी शनिवार को द्वादशी के दिन गोकुल में छड़ीमार होली खेली जा रही है । इस दिन महिलाएं छड़ी से पुरुषों को पीटती हैं। होलिका दहन के अगले दिन दुलहंडी का त्योहार मनाया जाएगा। इसी दिन नंदगांव में दाऊजी का हुरंगा होली खेली जाती है । इसमें नंदगांव में महिलाएं पुरुषों के साथ होली खेलती हैं। होलिका दहन बाद दुल्हंडी मनाई जाएगी। इसमें नंदगांव में दाऊजी का हुरंगा होली खेली जाती है। इस दिन नंदगांव में महिलाएं और पुरुष एक साथ होली खेलते हैं। मथुरा में भी रंग पंचमी को होली का समापन हो जाता है। इस साल रंग पंचमी 12 मार्च को होगी जिस दिन ब्रज की होली का समापन होगा।