शुक्रवार शाम को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई हिंसा के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं में बयानबाजी जारी है। इस बीच रविवार को भाजपा ने सभी धर्मों के गुरुओं और पूजनीयों को लेकर बड़ा बयान जारी किया है। बता दें कि ‘पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि हर मंदिर में शिवलिंग तलाशने की जरूरत नहीं है और भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई टिप्पणी के बाद भाजपा का यह बयान आया है । हालांकि भाजपा की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में इसका उल्लेख नहीं किया गया है लेकिन संकेत वही दिए गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में पार्टी ने कहा है कि भारत की हजारों वर्षों की यात्रा में हर धर्म पल्लवित और पुष्पित हुआ है। पार्टी ‘किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है’ हालांकि, बीजेपी के बयान में किसी घटना या टिप्पणी का कोई सीधा जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी हर उस विचारधारा के खिलाफ है जो किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान करती है। बीजेपी ऐसे लोगों को बढ़ावा नहीं देती” भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बयान में कहा, भारतीय जनता पार्टी सर्वपंथ समभाव को मानती है। किसी भी धर्म के पूजनीयों का अपमान भाजपा स्वीकार नहीं करती। भारतीय जनता पार्टी को ऐसा कोई भी विचार स्वीकृत नहीं है जो किसी भी धर्म-संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए। बीजेपी न ऐसे किसी विचार को मानती है और ना ही प्रोत्साहन देती है। देश के संविधान की भी भारत के प्रत्येक नागरिक से सभी धर्मों का सम्मान करने की अपेक्षा है।
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