आखिरकार उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ ने प्रयागराज उमेश पाल मर्डर केस में फरार चल रहे माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद को ढेर कर दिया है। इन दोनों का एनकाउंटर ऐसे समय पर हुआ जब माफिया अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल से 1 दिन पहले यानी बुधवार 12 अप्रैल को प्रयागराज लाया गया है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ ने इन दोनों का एनकाउंटर उत्तर प्रदेश के झांसी में किया है। 24 फरवरी को उमेश पाल के मर्डर के बाद से ही असद और गुलाम मोहम्मद फरार चल रहे थे। यूपी स्पेशल टास्क फोर्स लगातार इन्हें ट्रेस कर रही थी और झांसी में इनकी लोकेशन मिलने पर पुलिस ने इन्हें मार गिराया।
बता दें कि एक तरफ जहां उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद और अशरफ को आज कोर्ट में पेश किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ यूपी एसटीएफ ने झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद को ढेर कर दिया है। इसके साथ ही मोहम्मद गुलाम भी मारा गया है। वहीं यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने कहा कि असद और गुलाम को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी लेकिन इन्होंने टीम पर फायरिंग कर दी, उसके बाद एनकाउंटर में मार गिराया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए यूपी एसटीएफ की सराहना की है। वहीं प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने इस एनकाउंटर की जानकारी मुख्यमंत्री को दी है। हालांकि इस एनकाउंटर के बाद कानून व्यवस्था को लेकर बैठक बुलाई गई है। इस पूरे मामले मुख्यमंत्री के सामने रिपोर्ट रखी गई है। गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अशद फरार चल रहा था। वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- हमारा संकल्प है कि हम उत्तर प्रदेश से गुंडे माफिया और अपराधियों को खत्म करेंगे। अभी अभी घटना हुई है, जैसे ही पूरा विवरण आएगा उसे साझा करें। कोई भी ऐसा अपराधी जो अपराध करेगा वो प्रदेश में खुला नहीं घूमेगा। उत्तर प्रदेश कानून के माध्यम से सजा दिलाने में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है। उत्तर प्रदेश में कोई भी अपराधी अपराध करके बच नहीं पाएगा। उमेश हत्याकांड के बाद असद और गुलाम बाइक पर बैठ कर कानपुर पहुंचे। कानपुर से बस में बैठकर असद और गुलाम नोएडा डीएनडी पहुंचे। यहां दोनों उतरे और वहां पहले से मौजूद कुछ लोग दोनों को ऑटो में बैठाकर दिल्ली के संगम विहार पहुंचे। दिल्ली के संगम विहार में असद और गुलाम 15 दिन रुके थे।
दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से जावेद, खालिद और जीशान को गिरफ्तार किया। तीनों से यूपी एसटीएफ ने पूछताछ की, जिसके बाद सुराग मिला कि दिल्ली से असद और गुलाम अजमेर गए, फिर अजमेर में कुछ दिन रुके। अजमेर से दोनों झांसी पहुंचे थे। झांसी में दोनों को एनकाउंटर में मार गिराया।