भारतीय ट्रेन भी विदेशी पैटर्न की राह पर चल पड़ी हैं। मॉडर्न, सुख सुविधाएं और विशेष यात्राओं के लिए दौड़ने लगी हैं ट्रेनें। जैसे-जैसे समय बदल रहा है वैसे ही हमारी ट्रेनों की यात्राओं का स्वरूप भी बदलता जा रहा है। मौजूदा दौर में सुख सुविधाओं और नई डिजाइन के साथ ट्रेनें पटरियों पर दौड़ती दिखाई दे रहीं हैं। अब रेलगाड़ी यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान पर छोड़ने के अलावा विशेष सफर पर भी चल पड़ीं हैं। ऐसा सफर जो लोगों के जीवन में यादगार बन जाए। इसी को देखते हुए भारतीय रेल मंत्रालय ने एक और शानदार नई पहल की है। अब ट्रेन देशवासियों को धार्मिक स्थानों के अलावा पर्यटन स्थलों की भी सैर कराएगी। इसी महीने 7 नवंबर से राजधानी दिल्ली से शुरू हुई ‘रामायण एक्सप्रेस’ तीर्थयत्रियों को धार्मिक स्थलों के दर्शन कराने के लिए दौड़ रही है। मंगलवार को रेल मंत्रालय ने देश के पर्यटन स्थलों पर भी लोगों को घुमाने और टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ‘भारत गौरव’ ट्रेनों की शुरुआत करने की घोषणा की। इसके तहत देश में 180 से ज्यादा भारत गौरव ट्रेनें चलाई जाएंगीं। रेल मंत्री ने कहा कि ‘हमने भारत गौरव ट्रेनों के लिए ट्रेनों का आवंटन किया है। ट्रेनों के ऑपरेशन के लिए आवेदन की प्रोसेस भी शुरू हो गई है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया कि ये ट्रेनें भारत की संस्कृति और धरोहर को दर्शाएंगी। हमने आज से उनके लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा, राजस्थान, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों की सरकारों ने इन ट्रेनों में रुचि दिखाई है। ये ट्रेनें टूरिस्ट को कल्चरल हेरिटेज वाली जगहों पर लेकर जाएंगीं। इस ट्रेन के चलने पर विदेश से आने वाले सैलानी भी देश के पर्यटन स्थलों पर आसानी से पहुंच सकेंगे। बता दें कि विदेशों से हर साल भारत को देखने के लिए लाखों पर्यटक आते हैं। इसके साथ देश के भी नागरिक एक राज्य से दूसरे राज्य के टूरिस्ट प्लेस आसानी से देख सकेंगे।
भारत गौरव ट्रेनों का संचालन आईआरसीटीसी और निजी क्षेत्र भी कर सकेंगे—
बता दें कि भारत गौरव ट्रेन का संचालन निजी क्षेत्र और आईआरसीटीसी दोनों द्वारा किया जा सकता है और टूर ऑपरेटर द्वारा इन ट्रेनों का किराया तय किया जाएगा। खास बात ये है कि प्राइवेट प्लेयर्स भी इन ट्रेनों को लीज पर ले सकेंगे। ट्रेनों को अपनी पसंद के किसी भी सर्किट पर चला सकेंगे। ट्रेन का रूट, किराया और सर्विस की क्वालिटी भी तय कर सकेंगे। इन ट्रेनों का किराया व्यावहारिक रूप से टूर संचालक तय करेंगे लेकिन रेलवे सुनिश्चित करेगा कि भाड़े में विसंगतियां नहीं हों। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आप इसे रेगुलर ट्रेन सर्विसेज की तरह न देखें और ये सामान्य ट्रेन सर्विस नहीं है। भारत गौरव ट्रेनों का मुख्य उद्देश्य भारत में पर्यटन को बढ़ावा देना है और इसके कई तरह के आयाम हैं।सरकार की इस पहल से पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा। फिलहाल 15 निजी कंपनियों ने गंभीर उत्सुकता दिखाई है। उन्होंने कहा कि देश में ट्रेन की यात्रा से पर्यटन की पर्याप्त संभावनाएं हैं, जिसका रेलवे दोहन करना चाहता है। भारत गौरव ट्रेनों के भीतर व बाहर विज्ञापन लगाने की अनुमति होगी। प्रत्येक ट्रेन में गार्ड वैन के साथ कुल 14 से 20 कोच होंगे। रेल मंत्री की इस घोषणा के बाद कई निजी क्षेत्रों में भी उत्साह का माहौल बना हुआ है।