तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के पुत्र उदय निधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान के बाद देशभर में बवाल मचा हुआ है। तमाम भाजपा नेताओं ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है। आज इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है, “सनातन संस्कृति पर उंगली उठाने की कोशिश की जा रही है।
हमारी विरासत का अपमान करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन वे भूल गए ‘जो सनातन नहीं मिटता था रावण के अहंकार से, जो सनातन नहीं मिटेगा वह कंस के’ अहंकार से, जो सनातन नहीं मिटा था बाबर और औरंगजेब के अत्याचार से वो सनातन में सत्ता परजीवी से क्या मिट पाएगा। उन्हें शर्म आनी चाहिए।
सीएम योगी श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर रिजर्व पुलिस लाइन लखनऊ परिसर में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में पहुंचे थे। कार्यक्रम में सीएस दुर्गाशंकर मिश्रा, डीजीपी विजय कुमार, एसडीजी क़ानून व्यवस्था प्रशांत कुमार,प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद,मंत्री दयाशंकर सिंह समेत अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
बता दें कि तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के एक बयान से सनातन पर बहस शुरू हुई थी। उदयनिधि ने सनातन उन्मूलन सम्मेलन में कहा था कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए। बल्कि, इसे समाप्त ही कर देना चाहिए। सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे मिटाना है। इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है।
सनातन पर विवाद बढ़ने पर पीएम मोदी ने भी इस पर सख्ती से जवाब देने को कहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मंत्रियों के साथ बैठक की थी। इसमें पीएम मोदी ने NDA के मंत्रियों से कहा था कि सनातन धर्म पर उदयनिधि के बयान का सही से (तथ्यों के साथ) जवाब दिया जाए।