राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद किए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी आक्रामक होती जा रही है। राजधानी दिल्ली में शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में अपनी लोकसभा सदस्यता रद किए जाने के बाद राहुल गांधी ने आक्रामक अंदाज में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं सावरकर नहीं गांधी हूं माफी नहीं मांगूंगा। इसी कड़ी में अब राहुल गांधी की बहन और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने अब मोर्चा संभाल लिया है। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म किए जाने के खिलाफ कांग्रेस पार्टी हमलावर है। आज यानी रविवार को दिल्ली में महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर कांग्रेस पार्टी सत्याग्रह करेगी। इसमें कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी हिस्सा लेंगी। राहुल गांधी को अयोग्य करार दिए जाने के बाद से ही प्रियंका गांधी हमलावर हैं। उन्होंने कई ट्वीट किए, मीडिया में बयान दिए और विरोध प्रदर्शनों की रूपरेखा भी तैयार कर रही हैं। कांग्रेस पार्टी ने एक दिन के सत्याग्रह का एलान किया है। आज सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक राजघाट में सत्याग्रह किया जाएगा।

इसके अलावा, देश के सभी जिला मुख्यालयों पर भी प्रदर्शन किया जाएगा। इससे पहले, जिस लोकसभा क्षेत्र वायनाड से राहुल गांधी सांसद थे वहां कांग्रेस ने काला दिवस मनाया। कांग्रेस के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन किए और रास्तों को जाम कर दिया। कांग्रेस पार्टी ने जिला इकाइयों को निर्देश दिए हैं कि मुख्यालयों पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सुबह से शाम तक सत्याग्रह करें। इसे संकल्प सत्याग्रह का नाम दिया गया है। राहुल गांधी को संसद से अयोग्य किए जाने के विरोध में कांग्रेस ने शनिवार को राजस्थान के जयपुर, अजमेर और कोटा समेत अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शन किया। अजमेर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस नेता ने कहा- राहुल गांधी सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे हैं। वे बेरोजगारों के हित में बात करते हैं। उनके सवालों का जवाब देने के बजाय यह शर्मनाक हरकत की गई। कांग्रेस नेता अमित धारीवाल के नेतृत्व में पार्टी के सदस्यों ने गिरफ्तारी दी और उनमें से कुछ पुलिस बस की छत पर भी चढ़ गए। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध शांतिपूर्ण रहा है और लगभग 300 लोगों ने गिरफ्तारी दी है। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं गुरुग्राम में भी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।