महान गायिका स्वर कोकिला, सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 80 साल का सुरीला सफर मुंबई के शिवाजी पार्क में खत्म हुआ। पूरे देशवासियों ने अपनी चहेती लता दीदी को श्रद्धांजलि दी। मुंबई में करोड़ों लोगों ने सुर कोकिला को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। आज पूरे देश में लता जी के सदाबहार गाने लोगों के कानों में गूंज रहे हैं। अब लता जी अनंत यात्रा पर चलीं गईं हैं। स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। मुंबई के शिवाजी पार्क में लता जी का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले लता जी का पार्थिव शरीर रविवार दोपहर ब्रीच कैंडी अस्पताल से उनके निवास प्रभु कुंज, पेडर रोड लाया गया। यहां पर अमिताभ बच्चन समेत तमाम बड़ी हस्तियों ने लता जी को पुष्प अर्पित किए। शाम 4 बजे यहां से उनका पार्थिव शरीर शिवाजी पार्क के लिए ले जाया गया।शिवाजी पार्क में भारत रत्न लता मंगेशकर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मनसे प्रमुख राज ठाकरे, शाहरुख खान, अनुपम खेर, जावेद अख्तर, आमिर खान, सचिन तेंदुलकर रणवीर कपूर समेत तमाम महाराष्ट्र के मंत्रियों ने लता जी के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
शाम 6:30 बजे शिवाजी पार्क में हिंदू रीति रिवाज से लता जी का अंतिम संस्कार किया गया। उनके भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने लता मंगेशकर को मुखाग्नि दी। इसी स्वर कोकिला लता मंगेशकर हमेशा के लिए पंचतत्व में विलीन हो गईं। लता जी के निधन पर सुबह से ही सोशल मीडिया पर करोड़ों देशवासियों ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। बता दें कि कोरोना पॉजिटिव होने के बाद लता मंगेशकर को 8 जनवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार सुबह करीब 8:12 तक उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। आज भले ही स्वर कोकिला लता जी हमारे बीच नहीं हैं लेकिन वे हमेशा अपने गानों के साथ पूरे देशवासियों के दिलों में अमर रहेंगी। लता मंगेशकर जी ने 36 भाषाओं में 50 हजार गाने गाए। उनके कुछ लोकप्रिय गीत कहीं दीप जले कहीं दिल, आएगा आने वाला आएगा, रहे न रहे हम महका करेंगे, ‘ऐसा देस है मेरा’, ‘लग जा गले’, ‘मेरे मितवा मेरे मीत रे’, तू जहां मेरा साया साथ होगा, मेरी आवाज ही मेरी पहचान है, ‘एक प्यार का नगमा है’, ‘ये गलियां ये चौबारा’, ‘जिंदगी की न टूटे लड़ी’, ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ और अन्य हैं। उन्होंने अपने 80 साल के सुरीले सफर में सबसे अधिक गाना गाने के लिए लता जी का नाम गिनीज बुकऑफ वर्ल्ड में दर्ज किया गया। लता मंगेशकर को भारत रत्न, दादा साहब फाल्के पुरस्कार, पद्म विभूषण, फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान – द ऑफिसर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर आदि सम्मान से नवाजा गया।