आज एक ऐसे ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में चर्चा करेंगे जिसने माइक्रोसॉफ्ट के साथ संस्थापक बिल गेट्स की भी किस्मत बदल दी थी। साथ ही कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों को काफी सहूलियत भी मिली थी। अगर आप कंप्यूटर पर काम करते हैं इस सिस्टम पर काम कर रहे होंगे। वह है ‘विंडोज’ सिस्टम । विंडोज का शाब्दिक अर्थ होता है खिड़कियां। विंडोज एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। इसका उपयोग लगभग सभी व्यक्तिगत कम्प्यूटरों में होता है। इसका विकास माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन ने किया है। आज दुनियाभर के 72 प्रतिशत से ज्यादा लैपटॉप्स और पर्सनल कंप्यूटर माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर चल रहे हैं। हर गुजरते दिन के साथ नए ऐप्स और सॉफ्टवेयर जुड़ रहे हैं। क्षमता बढ़ रही है और हार्डवेयर भी उसी रफ्तार से अपग्रेड हो रहे हैं। इस इवॉल्यूशन में आज की तारीख बेहद अहम है क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने 28 साल की उम्र में 10 नवंबर 1983 को पहली बार विंडोज लॉन्च किया था। बिल गेट्स ने पहले वर्ष 1983 में विंडोज 1.0 लॉन्च किया था। विंडोज़ 1.0 में 16-बिट कलर इंटरफेस था और इसकी साइज 1MB से भी कम थी। इसे चलाने के लिए 256 KB रैम (RAM) की जरूरत थी। हालांकि, विंडोज़ 1.0 को खरीदने के लिए लोगों को 2 साल और इंतजार करना पड़ा। आखिरकार 20 नवंबर 1985 को यह सॉफ्टवेयर आम यूजर्स को मुहैया कराया गया। माइक्रोसॉफ्ट विंडोज आते ही दुनिया के निजी कंप्यूटर बाजार पर हावी हो गया और इसने इससे पहले बाजार मे आए मैक-ओएस को बहुत पीछे छोड़ दिया। समय-समय पर बिल गेट्स विंडोज का अपडेट वर्जन भी लांच करते रहे। आज विंडोज तकरीबन हर जगह दिख जाता है। जो काम आज हम अपने कंप्यूटर पर कर रहे हैं, उसके बारे में किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। यह बिल गेट्स की और माइक्रोसॉफ्ट के पहले यूजर-फ्रेंडली ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज 1.0 की कहानी है। उसके बिना डेस्कटॉप कंप्यूटर का वह महत्व तो कतई नहीं रहता, जो आज हमारे लिए है। कंप्यूटर सॉफ्टवेयर जगत की दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने आखिरकार छह साल इंतजार के बाद कुछ समय पहले अपने कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम की अगली पीढ़ी का संस्करण ‘विंडोज-11’ सभी के सामने पेश कर दिया। इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट ने 2015 में विंडोज-10 लांच किया था।
38 साल पहले विंडोज को किया गया था लॉन्च, इस ऑपरेटिंग सिस्टम ने बिल गेट्स को पहुंचाया बुलंदियों पर
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