प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आज पूरे दिन भर हिंदू और मुस्लिम पक्ष में जमकर तनाव बना रहा। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बता दें कि काशी विश्वनाथ में ऋंगार गौरी मामले में सियासत गरमा गई है। पुलिस और प्रशासन के तमाम बड़े अधिकारियों के बीच दोनों पक्षों संघर्ष की स्थिति बन गई। मामला इतना बढ़ गया कि आसपास दुकानदारों ने अपने-अपने शटर गिरा दिए । घंटों तक हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच नारेबाजी चलती रही। पुलिस ने स्थिति को संभाला। बता दें कि वाराणसी में काशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी मस्जिद के विवाद में कोर्ट के निर्देश पर वीडियोग्राफी और सर्वे का कार्य आज से शुरू हुआ है। पांच महिलाओं की याचिका के बाद अदालत के निर्देश पर ये देखा जाना है कि ज्ञानवापी परिसर में ऋंगार गौरी और दूसरे देवी देवताओं की मूर्ति कहां हैं, क्या स्थिति है? लेकिन मस्जिद कमेटी इसका विरोध कर रही है। जो मुस्लिम पक्ष है, जो ज्ञानवापी मस्जिद की देखरेख करता है, उसके परिसर में कुछ नहीं है। शुुक्रवार को जब एक टीम सर्वे करने पहुंंची तो मस्जिद के बाहर जमकर नारेबाजी हुई और लोगों का जमावड़ा लगा गया। अभी भी क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम-ज्ञानवापी मस्जिद में पहले दिन वीडियोग्राफी और सर्वे का काम खत्म हो गया है। सर्वे का काम कल शनिवार को भी होगा। ज्ञानवापी के आसपास पुलिस दंगा नियंत्रक उपकरणों के साथ लैस है। वाराणसी के कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है। हिंदू पक्षकारों का मानना है कि पहले यहां मंदिर हुआ करता था। दावा किया जा रहा है कि यहां बजरंग बली की मूर्ति है, साथ ही अंदर गणेश जी की भी मूर्ति है। इसके अलावा दावा ये किया जा रहा है कि असली शिवलिंग ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में छिपा है। हालांकि अब जब ये सर्वे होगा तब सच्चाई सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है । वहीं दूसरी ओर मुस्लिम पक्षकार का कहना है कि वे मस्जिद में किसी को घुसने नहीं देंगे। इस पर संत समिति का दावा है कि विरोध इसलिए किया जा रहा है कि क्योंकि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनी है और सर्वे से इसकी सच्चाई सामने आ जाएगी।

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