वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम सोमवार को पूरा हो गया था। जिसके बाद हिंदू पक्ष की तरफ से दावा किया गया है कि मस्जिद परिसर के अंदर शिवलिंग मिला है, जबकि मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वो शिवलिंग नहीं फव्वारा है। मामले में आज वाराणसी कोर्ट में सुनवाई हुई। बता दें कि कोर्ट कमिश्नर ने वाराणसी अदालत में सर्वे रिपोर्ट जमा कराने के लिए 2 दिन का वक्त और मांगा था। कोर्ट ने यह मोहलत दे दी है। इस बीच कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा को हटा दिया गया है। अजय मिश्रा के सहयोगी आरपी सिंह मीडिया में जानकारी लीक कर रहे थे। इसके अलावा मुस्लिम पक्ष ने भी अजय मिश्रा को हटाए जाने की मांग की थी। वहीं अजय प्रताप सिंह और विशाल सिंह सर्वे टीम का हिस्सा बने रहेंगे। सुनवाई शुरू होने पर हिंदू पक्ष के वकीलों ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने के ठीक नीचे मौजूद शिवलिंग तक पहुंचने के लिए पूर्व की तरफ से एक दरवाजा है लेकिन वहां काफी मलबा बड़ा है जिसको हटाया जाना चाहिए। दूसरी तरफ मस्जिद कमेटी की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिस पर सुनवाई की जा रही है। मुस्लिम पक्ष की दलील है कि सर्वे का आदेश ही अनुचित है।