हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में पिछले दिनों हाईकमान ने भाजपा के कई दिग्गज नेताओं का टिकट काट दिया था। जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और महेश्वर सिंह समेत कई नेताओं के नाम शामिल थे। वहीं इन दोनों नेताओं को पार्टी हाईकमान ने मना लिया है। लेकिन कई पूर्व विधायक ऐसे भी थे जो बगावती तेवर अपनाए हुए थे। सोमवार को हाईकमान ने सख्त एक्शन लेते हुए चार पूर्व विधायकों समेत एक भाजपा के दिग्गज नेता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

जिन पांच नेताओं पर एक्शन लिया गया है। उनमें किन्नौर के पूर्व विधायक तेजवंत सिंह नेगी, आनी के पूर्व विधायक किशोरी लाल, इंदौरा के पूर्व विधायक मनोहर धीमान, नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर और फतेहपुर से आने वाले पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष कृपाल परमार शामिल हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले कार्यकर्ताओं की प्रथामिक सदस्यता को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इन सभी पर 6 साल तक पार्टी से जुड़ी गतिविधियों में शामिल होने की रोक रहेगी। जिन नेताओं का सस्पेंशन हुआ है, वे सभी भाजपा के प्रत्याशियों के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें कि हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को एक चरण में मतदान होना है, जबकि मतगणना आठ दिसंबर को होगी।