प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 5 वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। ये भोपाल से इंदौर, भोपाल से जबलपुर, मुंबई से गोवा, बेंगलुरु से हुबली-धारवाड़ और पटना से रांची के रूट पर चलेंगी। वे भोपाल से चलने वाली ट्रेन को फिजिकली और बाकी ट्रेन को वर्चुअली रवाना करेंगे। मध्य प्रदेश में रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस भोपाल और जबलपुर को एक दूसरे कनेक्ट करेगी। यह राज्य के कई टूरिस्ट प्लेस से गुजरेगी। इनमें भेड़ाघाट, पंचमढ़ी और सतपुड़ा शामिल हैं। वहीं, खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत ट्रेन राज्य के मालवा और बुंदेलखंड के इलाकों को भोपाल से जुड़ेगी। इस दौरान ये ट्रेन महाकालेश्वर, मांडू, महेश्वर, खजुराहो जैसे पर्यटन के अहम स्थानों से होकर गुजरेगी। बिहार और झारखंड के यात्रियों का भी इंतजार खत्म हो रहा है। इन दोनों राज्यों को संयुक्त रूप से पहली ट्रेन मिलने जा रही है। अप एवं डाउन दिशा में इस ट्रेन क परिचालन जहानाबाद, गया, बरकाकाना, कोडरमा, हजारीबाग टाउन और मेसरा के रास्ते किया जाएगा. पटना से रांची के बीच दूरी ये ट्रेन सिर्फ 6 घंटे में पूरी कर लेगी। यह ट्रेन पटना और रांची से मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। बिहार और झारखंड की तरह गोवा को भी पहली ट्रेन मिलने जा रही है। मडगांव-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगाव स्टेशन के बीच किया जाएगी. भारतीय रेलवे ने कर्नाटक को दूसरी वंदे भारत ट्रेन का सौगात मिलने जा रही है। यहां चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पहले से ही चलाई जा रही है। अब रेलवे धारवाड़-बेंगलुरु रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन करेगी। ये ट्रेन धारवाड़, हुब्बली और दावणगेरे को राजधानी बेंगलुरु से जोड़ने का काम करेगी। बता दें कि बेंगलुरु एक तरीके से टेक हब हैै। यहां छात्रों और कारोबारियों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में यहां चलने वाली ट्रेन से यहां की आम जनता के साथ-साथ कारोबारियों और छात्रों को भी फायदा होगा।
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