13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में मंगलवार को भी विपक्षी सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा और प्रदर्शन किया। सदन में खराब आचरण को लेकर आज लोकसभा से 49 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया। बता दें कि अब तक 141 सांसदों को बचे हुए सत्र के लिए निलंबित किया गया है। संसद के इतिहास में यह अब की सबसे बड़ी कार्रवाई है। लोकसभा में पोस्टर लेकर प्रदर्शन करने पर स्पीकर ने विपक्षी सांसदों के खिलाफ फिर बड़ी कार्रवाई की है। शशि थरूर, डिंपल यादव, कार्ति चिदंबरम, मनीष तिवारी, एसटी हसन, राजीव रंजन समेत 49 सांसदों को बचे हुए सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि एक दिन पहले ही लोकसभा के 46 सांसदों को निलंबित किया गया था। कल से अब तक निलंबित होने वाले सांसदों की संख्या अब 141 हो गई है।
किन सांसदों को किया गया निलंबित–
लोकसभा में प्लेकार्ड लेकर नारेबाजी करने को लेकर स्पीकर की ओर से चेतावनी के बाद भी सांसदों का प्रदर्शन जारी रहा। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की ओर से इन सांसदों को बचे हुए सत्र के लिए निलंबित करने को लेकर प्रस्ताव लाया गया। जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें सुप्रिया सुले, मनीष तिवारी, शशि थरूर, एमडी फैसल, कार्ति चितंबरम, सुदीप बंदोपाध्याय, डिम्पल यादव, चंद्रशेखर प्रसाद, डिंपल यादव, कार्ति चिदंबरम, एसटी हसन, माला रॉय, राजीव रंजन सिंह, संतोष कुमार, प्रतिभा सिंह, मोहम्मद सादिक, जगबीर सिंह गिल, महाबली सिंह, एमके विष्णु प्रसाद, फारुख अबदुल्ला, गुरजीत सिंह औजला, फजलुर रहमान, रवनीत सिंह बिट्टू, दिनेश यादव, के सुधाकरन, सुशील कुमार रिंकू और दानिश अली शामिल हैं।
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्षी सांसद तख्तियां लेकर देश की जनता का अपमान कर रहे हैं। 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर वह हताश हैं। अगर विपक्ष का यही हाल रहा तो अगले चुनाव के बाद कई नेता वापस नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि नई संसद को लेकर पहले ही तय हो गया था कि इसमें कोई तख्तियां लेकर नहीं आएगा। स्पीकर के सामने यह तय किया गया था। इसके बाद भी परंपरा को तोड़ा जा रहा है।
डिंपल यादव ने लोकसभा से अपने निलंबन पर कहा कि आज 40 से ज्यादा सांसद सस्पेंड हुए हैं। यह लोकतंत्र के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सरकार की नाकामी है। हम 13 दिसंबर को जो घटना हुई है उसे लेकर आवाज उठा रहे थे।