(Uttarakhand char Dham 5 lakh devotees Kedarnath Dham record) उत्तराखंड स्थित चारों धामों के कपाट कब खुले करीब एक महीना हो गया है। सबसे पहले 3 मई अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे। इसके बाद 6 मई को बाबा केदारनाथ और 8 मई को बाबा बद्रीनाथ धाम के कपाट विधि विधान के साथ खोले गए। लेकिन इस बार चार धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों ने पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ रहा है कि चारों धामों में देर शाम तक भक्तों दर्शन करने के लिए लाइनों में खड़े रहते हैं। सबसे ज्यादा श्रद्धालु बाबा केदारनाथ धाम मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। शनिवार देर शाम तक बाबा केदारनाथ में 5 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को चंपावत विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजधानी देहरादून में शनिवार देर शाम प्रशासन अधिकारियों के साथ चार धाम को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी में चार धाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुख सुविधाओं को लेकर कोई परेशानी न हो अधिकारियों को निर्देश जारी किए । इसके साथ सीएम धामी ने सभी तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि वह चार धाम आते समय अपना स्वास्थ्य चेकअप करा कर आएं। वहीं दूसरी ओर अब उत्तराखंड सरकार ने पंजीकरण में भी काफी सहूलियत दे दी है। चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को अब पंजीकरण के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ऋषिकेश में छह हजार और हरिद्वार के लिए एक हजार श्रद्धालुओं के आफलाइन पंजीकरण का स्लाट जारी कर दिया गया है। नई व्यवस्था से ऋषिकेश में विभिन्न स्थानों पर ठहरे श्रद्धालुओं का बैकलाग लगभग समाप्त हो गया है। इन श्रद्धालुओं को धर्मशाला में ही टोकन वितरित किए गए। चारधाम के लिए प्रशासन की ओर से दो दिन पूर्व टोकन व्यवस्था जारी की गई थी। इसके बाद ही श्रद्धालुओं का पंजीकरण किया जा रहा है। प्रशासन की ओर से ऋषिकेश के श्री भरत मंदिर इंटर कालेज, वेडिंग प्वाइंट और धर्मशाला में ठहरे यात्रियों को मौके पर ही टोकन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।