अभी कुछ सालों पहले तक देश में पेट्रोल और डीजल से ही गाड़ियां चलती थी। लेकिन अब आए दिन नए-नए प्रयोग हो रहे हैं। वह दिन दूर नहीं जब पेट्रोल और डीजल से चलने वाहन इतिहास बन जाएंगे। जैसे-जैसे समय बीत रहा है हाईटेक गाड़ियां भी अब बाजार में तेजी के साथ आती जा रहीं हैं। एक दो साल पहले तक गाड़ियों में सीएनजी और एलपीजी पेट्रोल डीजल के मुकाबले फायदे का सौदा समझा जाता था। लेकिन अब सीएनजी एलपीजी के दाम भी आसमान छू रहे हैं। देश में कुछ महीनों में कार निर्माता कंपनियों ने इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड (फ्लेक्स फ्यूल) लॉन्च कर दी है। इसके साथ पिछले दिनों दुबई में हवा में उड़ने वाली हाईटेक कार भी लॉन्च हो चुकी है।


इसी कड़ी में दुनिया में ऐसी कार लॉन्च होने के लिए तैयार है जो पेट्रोल, डीजल, सीएनजी, एलपीजी, इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड के बिना सड़कों पर दौड़ेगी। यूरोप के देश नीदरलैंड की कंपनी ने दुनिया में पहली “सोलर लाइटइयर कार” बनाने में सफलता प्राप्त की है। कंपनी का दावा है कि यह एक बार फुल चार्ज होने पर कार करीब 700 किलोमीटर तक दौड़ेगी। कंपनी के दावे किए अनुसार इस सोलर कार को बनाने में छह साल का समय लगा। जिसमें कार के इंजीनियरिंग परीक्षण से लेकर विकास, डिजाइन और कार के प्रोटोटाइप का परीक्षण भी शामिल है। साथ ही कंपनी का कहना है कि जिन महीनों में सूरज की अच्छी धूप रहती है, उस समय महीनों तक कार को चार्ज करने की जरूरत नहीं होगी। लाइटइयर जीरो सोलर कार में पावर पैक में 60 KW के बैटरी पैक का प्रयोग किया गया है। जो कार को 174 hp की पावर देने में सक्षम है. ये कार सिंगल चार्ज पर 625 km की बड़ी रेंज देगी। इस कार में सोलर पावर के लिए कार में 5 square मीटर का डबल कर्व्ड सोलर पैनल लगाया है। पैनल की मदद से इस कार की रेंज में लगभग 70 km तक की अतिरिक्त रेंज बढ़ जाती है। कंपनी ने पहली सोलर इलेक्ट्रिक कार को प्रोडक्शन के लिए भेज दिया है। ये सोलर कार प्रोडक्शन में जाने वाली पहली कार भी बन गई है। वहीं कंपनी इस कार की डिलीवरी अगले महीने नवंबर में शुरू कर सकती है। बत दें किफि लहाल कंपनी लाइटईयर जीरो की फिलहाल 1 हजार यूनिट बनाएगी और इसके बाद इसके कम लागत वाले लाइटईयर 2 वर्जन पर काम किया जाएगा। हालांकि यह अभी कंपनी ने इस सोलर कार की आधिकारिक रूप से कीमत तय नहीं की है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है यह करीब दो करोड़ के आसपास हो सकती है। कंपनी के पीआर और कम्युनकेशंस हैड राहेल रिचर्डसन के अनुसार लाइटईयर का प्रोडक्शन सीमित रखा जाएगा और इसे केवल यूरोपीन यूनियन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड में बेचा जाएगा।