राजधानी दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में विश्व प्रसिद्ध मुगल गार्डन का नाम केंद्र सरकार ने शनिवार 28 जनवरी को बदल दिया है। अब इसका नाम अमृत उद्यान कर दिया गया है। बता दें कि राष्ट्रपति भवन में स्थित मुगल गार्डन में विदेशों मंगाए गए एक से एक बढ़कर फूल लगे हुए हैं। हर साल इसे देखने के लिए देश-विदेश से लाखों लोग आते हैं। आम जनता के लिए भी इसके द्वार खोले जाते हैं।
भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav)’ की थीम को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान किया है। अमृत उद्यान का उद्घाटन रविवार (29 जनवरी, को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाएगा और 31 जनवरी से 26 मार्च तक यह उद्यान दो महीने के लिए खुला रहेगा। अमृत उद्यान 15 एकड़ में फैला है। गार्डन को राष्ट्रपति भवन की आत्मा माना जाता है। इसमें 138 तरह के गुलाब, 10 हजार से ज्यादा ट्यूलिप बल्ब और 70 अलग-अलग प्रजातियों के लगभग 5 हजार मौसमी फूलों की प्रजातियां हैं। देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने खुलवाया था। यहां ब्रिटिश और मुगल दोनों के गार्डन की झलक मिलती है। राष्ट्रपति भवन बनाने वाले आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस ने इसे बनाया था।
